Mock Drill in Ghaziabad: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों में मॉक ड्रिल करने के आदेश जारी किए. ऐसे में गाजियाबाद में कल होने वाली मॉक ड्रिल को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मंगलवार को एक हाई लेवल मीटिंग हुई, जिसमें युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने की रणनीति पर भी चर्चा की गई.
गाजियाबाद के 10 स्कूलों में मॉक ड्रिल
पाकिस्तान से संभावित युद्ध या आतंकी खतरे के मद्देनजर गाजियाबाद प्रशासन अब आम नागरिकों को भी जागरूक करने में जुट गया है. कल जिले के 10 स्कूलों में होने वाली मॉक ड्रिल के जरिये छात्रों को न केवल हमले के दौरान खुद को सुरक्षित रखने की ट्रेनिंग दी जाएगी, बल्कि युद्ध जैसी परिस्थितियों में कैसे सचेत और तैयार रहा जाए यह भी सिखाया जाएगा.
600 अधिकारी और कर्मी होंगे मॉक ड्रिल में शामिल
गाजियाबाद में मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस, स्वास्थ्य विभाग, समेत लगभग 600 अधिकारी व कर्मी शामिल होंगे. इस मॉकड्रिल का उद्देश्य केवल आपदा प्रबंधन नहीं, बल्कि आम लोगों को युद्ध जैसे हालात में भी आत्मनिर्भर बनाना है.
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युद्ध जैसी स्थिति के दौरान क्या करें
जिलाधिकारी का कहना है कि यह मॉक ड्रिल एक पूर्वाभ्यास जरूर है, लेकिन इसकी अहमियत असली संकट के समय समझ में आती है. छात्रों और शिक्षकों को बताया जाएगा कि बम हमले, गोलीबारी या हवाई हमले जैसी घटनाओं के दौरान कैसे सुरक्षित शरण ली जाए. सायरन अगर सुनाई देते हैं तो उसे समय कैसे रिएक्ट किया जाए. ऐसे में स्कूली बच्चों को जल्दी पूरी डिटेल में इंवॉल्व करते हुए परिस्थितियों के लिए समझाया जाएगा. प्रशासन अपने पास रखे हुए सायरन और उपकरणों को भी चेक करेगा, अगर वह खराब है तो उनको भी सही कराया जाएगा डार्क एरिया को भी चिन्हित किया जाएगा. पंचायत स्तर पर भी लोगों को पूरी ड्रिल में शामिल किया जाएगा.
Input: Piyush Gaur