Yamuna River: दिल्ली की भाजपा सरकार ने यमुना नदी की सफाई के लिए एक सक्रिय कदम उठाया है. सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश वर्मा ने हाल ही में नाव से यमुना का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि पिछले 10 दिनों में नदी से 1,300 टन कचरा हटाया गया है. यह कदम विधानसभा चुनाव में यमुना की सफाई के वादे को पूरा करने की दिशा में उठाया गया है.
भाजपा ने चुनाव में किया था वादा
यमुना नदी की सफाई दिल्ली के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है. भाजपा ने चुनाव में वादा किया था कि वह नदी को साफ करेगी. मंत्री वर्मा ने कहा कि 2023 में दिल्ली को बाढ़ का सामना करना पड़ा था, जिससे यह स्पष्ट है कि नदी की स्थिति कितनी गंभीर है. वर्मा ने बताया कि पहले सभी फ्लडगेट बंद कर दिए गए थे, लेकिन अब उन्हें मरम्मत करके ऊंचा किया गया है ताकि भविष्य में बाढ़ से बचा जा सके. यह कदम न केवल यमुना की सफाई के लिए बल्कि बाढ़ नियंत्रण के लिए भी आवश्यक है.
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अतिक्रमण हटाने का काम भी किया जा रहा है
मंत्री ने यमुना को पूरी तरह से साफ और रीस्टोर करने की प्रतिबद्धता जताई है. डीडीए नदी के रीवरबेड को रीस्टोर करेगा और अतिक्रमण हटाने का काम भी किया जा रहा है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि भविष्य में नदी में अपशिष्ट न डाला जाए, 18 प्रमुख नालों के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाए जाएंगे. वर्मा ने कहा कि सभी शिकायतों का समाधान किया जाएगा और नए एसटीपी स्थापित किए जाएंगे. मौजूदा एसटीपी की क्षमता बढ़ाई जाएगी. यह योजना दो साल के अंदर पूरी होने की उम्मीद है. यदि कोई शिकायत आती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
यमुना रिवरफ्रंट का विकास पहले ही शुरू हो चुका है
यमुना रिवरफ्रंट का विकास पहले ही शुरू हो चुका है. सभी लैंडमार्क की पहचान कर ली गई है, मंत्री ने दिल्ली के लोगों से अपील की कि वे नदी में कचरा न फेंके. उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में नदी की सफाई के लिए कोई महत्वपूर्ण काम नहीं किया गया. मंत्री ने यह भी बताया कि अब न केवल दिल्ली सरकार बल्कि पीएमओ भी यमुना के विकास में शामिल है. 2 मार्च को, दिल्ली के अधिकारियों ने यमुना के 7-8 किलोमीटर के हिस्से में फेरी और क्रूज संचालन शुरू करने की पहल की है, जो पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यावरण के अनुकूल जल परिवहन को प्रोत्साहित करेगा.