Jhajjar News: 20 लाख की लागत से बनी पौधों की नर्सरी उखाड़ी गई, जवाब नहीं दे पाए रेलवे के डीआरएम ने जांच कराए जाने की बात कह कर पल्ला झाड़ा लिया. वैसे तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार मानसून के नजदीक आते देख पूरे देश के लोगों से एक पेड़ मां के नाम लगाने की अपील की थी, लेकिन प्रधानमंत्री की इसी अपील को दरकिनार करते हुए जहां झज्जर के शहीदी पार्क से करीब डेढ़ दर्जन हरे-भरे पेड़ काटकर पूरी हरियाली नष्ट कर दी गई. वहीं झज्जर रेलवे स्टेशन पर पूर्व में करीब बीस लाख रुपये की लागत से बनाई गई पौधों की नर्सरी को भी उखाड़ फेंका गया.
इसका जवाब जानने के लिए जब मीडिया ने झज्जर रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण करने पहुंचे और रेल विभाग के डीआरएम से सवाल किया, तो उन्होंने अपने जवाब में इतना ही कहा कि जरूरत पड़ी तो दोबारा नर्सरी रेलवे स्टेशन पर बनवा दी जाएगी. उन्होंने इस मामले को चौंकाने वाला भी बताया.
डीआरएम सोमवार को झज्जर रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण करने पहुंचे थे. उनकी आहट भांपकर झज्जर से हरियाणा व्यापार मंडल का एक प्रतिनिधिमंडल भी जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में उनसे मिलने पहुंचा और झज्जर में कई नई रेलगाड़ियां चलाने की मांग की. उनकी मांग पर डीआरएम ने सहानुभूति पूर्वक विचार किए जाने की बात कही. उन्होंने झज्जर से खाटूश्याम के लिए कुछ समय चलने वाली रेलगाड़ी को नियमित रूप से चलाने का आश्वासन भी दिया.
रेलवे रिजर्वेशन काउंटर शुरू करने को लेकर डीआरएम ने कहा कि इसके लिए जरूरी सवारियां होनी आवश्यक हैं. पूर्व में रिजर्वेशन सेंटर इसलिए बंद किया गया था क्योंकि यहां से रेवेन्यू नहीं आ रहा था. झज्जर-फरूखनगर रेल लाइन को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, वे जांच कराए जाने के बाद ही कुछ कह सकते हैं.
झज्जर-रेवाड़ी-रोहतक रेलमार्ग के दोहरीकरण के सवाल पर डीआरएम ने कहा कि सर्वे चल रहा है और जल्द ही सार्थक परिणाम सभी के सामने होंगे. उन्होंने यहां के लोगों की कई रेल परियोजनाओं की मांग पर चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि रेलगाड़ी उनके घर के सामने ही आकर खड़ी हो, लेकिन ऐसा संभव नहीं है. इस दौरान DRM झज्जर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
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Input-Sumit Tharan