Kaithal Crime News: कैथल जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां गांव मोहना के रहने वाले युवराज को दो नंबर एजेंटों की मिलीभगत से विदेश में किडनैप कर लिया गया है और अब 20,000 अमेरिकी डॉलर की फिरौती मांगी जा रही है. इस गंभीर मामले को लेकर युवराज के पिता कुलदीप और ग्रामीणों ने कैथल पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और बच्चे की सकुशल वापसी की मांग की है.
कैसे हुआ युवराज का अपहरण?
युवराज के पिता कुलदीप ने बताया कि उन्होंने अक्टूबर 2024 में अपने बेटे को विदेश भेजने के लिए कुछ एजेंटों से संपर्क किया था. एजेंटों ने भरोसा दिलाया था कि वे युवराज को कानूनी तरीके से अमेरिका पहुंचा देंगे. इस प्रक्रिया के लिए 41 लाख रुपये की डील हुई थी, जिसमें तय हुआ था कि पैसे तभी दिए जाएंगे जब बच्चा अमेरिका सुरक्षित पहुंच जाएगा.
हालांकि, एजेंटों ने विश्वास में लेकर पहले ही युवराज का पासपोर्ट ले लिया और फिर रास्ते में ही उसे फंसा दिया. इस दौरान एजेंटों ने कुलदीप से अलग-अलग बहानों से 14 लाख रुपये ऐंठ लिए. बाद में जब युवराज को अगवा कर लिया गया, तो किडनैपरों ने 20,000 अमेरिकी डॉलर की मांग शुरू कर दी. जब कुलदीप ने एजेंटों से संपर्क कर इस बारे में पूछा, तो उन्होंने मदद करने के बजाय कहा कि यह पैसा आपको देना ही पड़ेगा.
बार-बार ठगे गए परिजन, लेकिन बच्चा नहीं छोड़ा
कुलदीप ने बताया कि जब उन्होंने अपने बेटे को छुड़ाने की गुहार लगाई तो एजेंटों ने फिर से 8 लाख रुपये की मांग की. एजेंटों ने यह वादा किया कि पैसे मिलने के बाद युवराज को छोड़ दिया जाएगा. मजबूर होकर कुलदीप ने पैसे दे दिए, लेकिन फिर भी बच्चे को नहीं छोड़ा गया. अब किडनैपर बार-बार फिरौती की रकम बदल रहे हैं. पहले 20,000 अमेरिकी डॉलर मांगे, फिर 40,000 अमेरिकी डॉलर की मांग कर दी. पिछले तीन महीनों से युवराज से कोई संपर्क नहीं हो पाया है, जिससे परिजनों की चिंता और बढ़ गई है. युवराज के परिजनों की मांग है कि सरकार और पुलिस जल्द से जल्द इस मामले में सख्त कार्रवाई करे और युवराज को सुरक्षित घर वापस लाया जाए.
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परिजनों ने कैथल पुलिस अधीक्षक से लगाई गुहार
युवराज के परिजन और गांव मोहना के ग्रामीण कैथल लघु सचिवालय पहुंचे और कैथल पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. इस मामले में डीएसपी गुरविंदर सिंह ने बताया कि परिजनों ने थाना पुंडरी में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने कहा, जो भी कानूनी कार्रवाई बनती है, वह की जाएगी. एजेंटों की धोखाधड़ी के खिलाफ जांच जारी है और जल्द ही दोषियों पर शिकंजा कसा जाएगा.
विदेश भेजने के नाम पर ठगी का बढ़ता जाल
यह कोई पहला मामला नहीं है, जब किसी को विदेश भेजने के नाम पर ठगा गया हो. हजारों युवा बेहतर भविष्य की तलाश में विदेश जाने की कोशिश करते हैं, लेकिन फर्जी एजेंटों के जाल में फंसकर अपने परिवार की जमा पूंजी गंवा देते हैं.
INPUT: VIPIN SHARMA