Historical Love Stories: 14 फरवरी को विश्वभर में वैलेंटाइन डे (Valentine Day) मनाया जाएगा. यह दिन प्यार का दिन होता है और इस दिन कपल एक-दूसरे से अपने प्यार का इजहार करते हैं. प्यार सिर्फ आज ही नहीं बल्कि इतिहास के पन्नों में भी देखने को मिलता है. इतिहास में कई ऐसे प्रेमी जोड़ें हैं, जिनकी प्रेम कहानी ( Love Stories) बहुत प्रसिद्ध है. आइए आपको ऐसी ही कुछ प्रेम कहानियों के बारे में बताते हैं.
रजिया सुल्तान और जमालुद्दीन याकुत (Razia Sultan and Jamaluddin Yakut)
दिल्ली की पहली महिला शासक रजिया सुल्तान और अफ्रीकी गुलाम याकुत की प्रेम कहानी एक दुखद अध्याय है. याकुत का रजिया से मोहब्बत करना विद्रोह का कारण बना. अंत में याकुत की मृत्यु हो गई और रजिया को जबरन मलिक अल्तुनिया से विवाह करना पड़ा.
बाजीराव और मस्तानी (Bajirao and Mastani)
18वीं सदी में बाजीराव, जो एक महान योद्धा थे. वहीं मस्तानी, जो एक खूबसूरत महिला थीं. दोनों की प्रेम कहानी भी जटिल थी. बाजीराव ने मस्तानी से शादी की और बाजीराव ने अपने परिवार के विरोध के बावजूद मस्तानी को नहीं छोड़ा. उनकी प्रेम कहानी में संघर्ष और बलिदान की गूंज सुनाई देती है. बाजीराव की मृत्यु के बाद, मस्तानी का भी निधन हो गया, जो इस प्रेम कहानी का दुखद अंत बना.
ये भी पढ़ें: क्या कुतुब मीनार से दिखाई देता है आगरा का ताजमहल? जानें जवाब
पृथ्वीराज और संयुक्ता (Prithviraj Chauhan and Sanyukta)
12वीं सदी में पृथ्वीराज चौहान और कन्नोज की रानी संयुक्ता की प्रेम कहानी भी दिलचस्प है. दोनों ने बिना देखे ही एक-दूसरे से प्रेम किया, लेकिन संयुक्ता के पिता के विरोध और पृथ्वीराज की हार के बाद यह कहानी एक दुखद मोड़ ले लेती है. संयुक्ता के पिता ने स्वयंवर से इनकार कर दिया. आखिरकार पृथ्वीराज ने संयुक्ता को भगाने का फैसला किया. अफगान आक्रमणकारी मोहम्मद गौरी से युद्ध में हारने के बाद चौहान की हत्या हो गई. संयुक्ता ने पकड़े जाने से पहले आत्महत्या कर ली.
शाहजहां और मुमताज (Shahjahan and Mumtaz)
16वीं सदी में शाहजहां और मुमताज महल की प्रेम कहानी एक ऐतिहासिक धरोहर है. मुमताज की मृत्यु के बाद, शाहजहां ने ताज महल का निर्माण किया, जो प्रेम का प्रतीक बना.
भागमति और मोहम्मद कुली (Bhagmati and Mohammad Coolie)
16वीं सदी में हैदराबाद की भागमति और मोहम्मद कुली की प्रेम कहानी भी कम रोचक नहीं है. सुल्तान मोहम्मद कुली ने भागमति के सम्मान में भागनगर शहर बसाया, जो आज हैदराबाद के नाम से जाना जाता है. हैदराबाद के पुराने शहर में पुराना पुल इब्राहिम कुतुब शाह द्वारा बनाया गया था और उनके बेटे ने अपनी प्रेमिका से मिलने से यह पुल पार किया. जिसे प्रेम का प्रतीक माना जाता है.