Delhi Arvind Kejriwal News: जेल में बंद आम आदमी पार्टी के विधायक एवं आदिवासी समाज के हकों की लड़ाई लड़ने वाले चैतर वसावा गुजरात के भरूच लोकसभा सीट से आप के उम्मीदवार होंगे. गुजरात के नेत्रंग में आयोजित जनसभा में आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने यह एलान किया. इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद आदिवासी समाज ने चैतर वसावा के समर्थन में शक्ति प्रदर्शन किया.
सोमवार को अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान चैतर वसावा से मिलने जेल जाएंगे. जनसभा में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा की गुजरात सरकार ने चैतर वसावा के साथ उनकी धर्मपत्नी को भी गिरफ्तार कर पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है. भाजपा आदिवासी समाज से नफरत करती है. इसलिए उनके उभरते नेता को कुचलना चाहती है, जिससे कि भविष्य में कोई और हक की आवाज उठाने की हिम्मत न करे.
उन्होंने कहा कि हम उन्हें बाहर निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने आदिवासी समाज का आह्वान करते हुए कहा कि अगर भाजपा ने षड़यंत्र कर चैतर वसावा को चुनाव से पहले जेल से बाहर नहीं आने दिया तो उनको जिताने की जिम्मेदारी पूरे आदिवासी समाज की है. यह लड़ाई आदिवासी समाज के मान-सम्मान की है, भरूच सीट पर भाजपा की जमानत जब्त होनी चाहिए.
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बता दें कि आज पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ दो दिवसीय दौरे पर गुजरात पहुंचे हैं. यहां नेत्रंग में चैतर वसावा के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन्होंने आदिवासी समाज के बेटे चैतर वसावा को फर्जी केस बनाकर गिरफ्तार कर लिया. आम आदमी पार्टी हमारा एक परिवार है और चैतर वसावा हमारे छोटे भाई जैसा हैं.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि मुझे सबसे ज्यादा दुख की पत्नी मुझे इस बात की हुई कि इन्होंने चैतर वसावा के साथ उनकी धर्मपत्नी शकुंतला बहन को भी गिरफ्तार कर लिया है. शकुंतला बहन चैतर वसावा की धर्मपत्नी हैं, लेकिन वो हमारे समाज की बहू हैं. इन्होंने हमारे समाज की बहू को भी गिरफ्तार कर लिया. यह पूरे आदिवासी समाज के लिए अपमान की बात है. पूरे समाज को मिलकर इस अपमान का बदला लेना चाहिए.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पुराने जमाने में डाकू हुआ करते थे. उन डाकूओं का भी ईमान-धर्म था. वो जिस गांव में डाका डालने जाते थे, उस गांव की बहू-बेटियों को नहीं छेड़ते थे. ये भाजपा वाले तो उन डाकूंओं से भी बदतर हैं. उन्होंने कहा कि अब पूरे समाज को चुप नहीं बैठना है और इस अपमान का बदला लेना है. चैतर वसावा आदिवासी समाज का एक उभरता हुआ नेता है. भाजपा उसका कुचलना चाहती है. भाजपा पूरे आदिवासी समाज को संदेश देना चाहती है कि अगर किसी युवा ने आंख उठाकर देखी तो उसको भी हम कुचल देंगे. इसलिए इस बार हमें चुप नहीं बैठना है. अगर हम चुप बैठ गए तो भाजपा के हौसले बुलंद हो जाएंगे. भाजपा को इस बात का डर लगता है कि अगर चैतर वसावा आगे बढ़ गए तो वो आदिवासियों के हक की बात करने लगेंगे और उनको उनका हक दिलाना चालू कर देंगे.
बता दें गुजरात में नेत्रंग में जनसभा को दिल्ली के सीएम ने दावा किया कि वसावा को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था क्योंकि उन्होंने आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी थी. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि आदिवासी नेता वसावा को भाजपा पार्टी में शामिल होने पर करोड़ों रुपये और सरकार में मंत्री पद का लालच दिया गया था, जिसे आप विधायक ने अस्वीकार कर दिया. क्योंकि वह अपने समुदाय के साथ विश्वासघात नहीं कर सकते थे.
आपको बता दें कि चैतर वसावा AAP के डेडियापाड़ा विधानसभा क्षेत्र से गुजरात विधानसभा के सदस्य और आप के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं. जनवरी 2023 में उन्हें गुजरात विधानसभा में AAP विधायक दल के नेता के रूप में नियुक्त किया गया था. पिछले साल उन्होंने आदिवासियों के लिए अलग भील प्रदेश राज्य की मांग उठाई थी. वसावा कुछ समय तक गिरफ्तारी से बचता रहे. बाद में, उन्होंने नर्मदा जिले में स्थानीय आदिवासियों द्वारा वन भूमि पर खेती से संबंधित एक मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करते समय वन अधिकारियों को कथित रूप से धमकी देने और हवा में गोलीबारी करने के मामले में पिछले साल 14 दिसंबर को आत्मसमर्पण कर दिया था.