Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान चल रहा है. 6 बजे तक लोग अपने बूथ पर जाकर मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस बीच सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल पहले अच्छे आदमी थे मगर अब वह गलत राह पर हैं. शुरुआत में तो केजरीवाल के विचार अच्छे थे और उस दौरान तो वह किसी दल के बारे में भी नहीं सोचते थे. मगर अब वह शराब की बात कर रहे हैं.
आईएएनएस से बातचीत के दौरान अन्ना हजारे ने कहा, मैं आज एक बात बताना चाहता हूं कि शुरुआत में अरविंद मेरे साथ आया था, उस दौरान उसकी नीयत साफ थी. वह सामाजिक और राष्ट्रीय दृष्टिकोण से सोचता था. इसलिए मुझे लगा था कि वह एक अच्छा कार्यकर्ता है, लेकिन जब पता चला कि वह स्वार्थी हैं तो मैंने उनका साथ छोड़ दिया. अन्ना हजारे ने कहा, जिस शराब के लिए हम लोगों ने आंदोलन किया, उसके बारे में अब वह बात कर रहे हैं. मैं सभी लोगों से अपील करूंगा कि वे किसी से पैसा लेकर वोटिंग न करें और सोच-समझकर ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें.
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दोपहर 3 बजे तक उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुआ सबसे ज्यादा मतदान
दिल्ली की 70 सीटों पर कुल 699 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला दिल्ली की 1.55 करोड़ मतदाता करेंगे. बुधवार दोपहर 3 बजे तक दिल्ली में 46.55% मतदान हो चुका है. इस समयावधि तक उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले में सबसे ज्यादा मतदान (52.73%) हुआ. वहीं सबसे कम ( 43.45%) वोटिंग सेन्ट्रल दिल्ली में हुई है. इसके अलावा पूर्वी दिल्ली में 47.09%, नई दिल्ली में 43.10% , उत्तरी दिल्ली में 46.31%, उत्तर पश्चिम दिल्ली में 46.81% और शाहदरा में 49.58% लोग मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके हैं. साथ ही दक्षिणी दिल्ली में 44.89%, दक्षिण पूर्व दिल्ली में 43.91%, दक्षिण पश्चिम दिल्ली में 48.32% और
पश्चिमी दिल्ली में 45.06% वोटिंग 3 बजे तक हो चुकी है.
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कभी अन्ना के सहयोगी थे केजरीवाल
2011 में अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शुरू किया। उन्होंने जन लोकपाल बिल के लिए सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से अनशन शुरू किया था. उस समय अरविंद केजरीवाल ने अन्ना के साथ मिलकर जन जागरूकता अभियान चलाया था. यह आंदोलन का नतीजा रहा कि सरकार को जन लोकपाल बिल के मसौदे पर विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ा, हालांकि यह बिल पारित नहीं हो पाया था. बाद में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के तरीके को लेकर अन्ना और केजरीवाल में मतभेद सामने आने लगे. केजरीवाल ने राजनीति में प्रवेश कर भ्रष्टाचार मिटाने की इच्छा जता दी और 2012 में उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थापना कर दी.