Mahendragarh News: महेंद्रगढ़ में हाल ही में हुई बारिश ने किसानों के चेहरे पर खुशी लौटा दी है. विशेषकर बाजरे की खेती करने वाले किसानों के लिए यह बारिश किसी वरदान से कम नहीं है. क्योंकि इस क्षेत्र में बाजरे की फसल मुख्यत वर्षा पर निर्भर करती है.
मानसून की बारिश के भरोसे फसल उगाते है किसान
नांगल चौधरी विधानसभा में सिंचाई की सुविधाएं सीमित है, जिससे अधिकतर किसान मानसून की बारिश के भरोसे ही फसल उगाते हैं. बाजरा, जो यहां की प्रमुख खरीद फसल है, सूखा सहनशील होने के बावजूद शुरुआत में नमी की जरूरत रखता है. समय पर हुई बारिश से बीज बोने का समय भी अनुकूल हो गया है. मुख्यतः महेंद्रगढ़ जिले में बाजरा, मूंग, ज्वार, ग्वार की फसल उगाई जाती है.
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स्थानीय किसान ने बताया कि अगर इसी तरह बारिश होती रही तो इस बार अच्छी उपज की उम्मीद है. बाजरे की बुवाई का यही सही समय होता है और जमीन में नमी का स्तर भी अभी ठीक है. महेंद्रगढ़ जिले का नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र राजस्थान की सीमा से सटा हुआ है. इस इलाके में भरपूर मात्रा में अवैध खनन होने के चलते ग्राउंडवाटर लेवल बहुत नीचे है. वहीं पानी की भी मूलभूत सुविधाएं पर्याप्त रूप से नांगल चौधरी में सुचारू रूप से काम नहीं कर रही है, जिसके चलते मुख्यतः किसान बारिश पर ही निर्भर होते हैं. प्रशासन द्वारा भी किसानों को उन्नत किस्मों के बीज और खेती के आधुनिक तरीके अपनाने की सलाह दी जा रही है, ताकि कम पानी में भी अधिक उत्पादन हो सके
Input: Harvinder