Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का बुधवार 23 अप्रैल को हरियाणा के करनाल में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. शहीद की बहन सृष्टि और उनके चचेरे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी. इससे पहले, बहन ने भारी मन से अपने भाई की अर्थी को कंधा दिया. यह एक ऐसा क्षण जिसने हर किसी की आंखें नम कर दीं. स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रदेश के नेता भी अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे.
लेफ्टिनेंट नरवाल के पार्थिव शरीर को दोपहर 4 बजे पहलगाम से पहले दिल्ली और फिर करनाल लाया गया। लेफ्टिनेंट नरवाल को आतंकियों ने सोमवार को पहलगाम की बैसरन घाटी में नाम पूछने के बाद सिर में गोली मारी थी.जब फायरिंग की गई, तब उनकी पत्नी साथ में थीं.
पत्नी ने कही ये बात
उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए. नम आंखों से लोगों ने 'विनय नरवाल अमर रहें' और और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए. भावनाओं का सैलाब तब उमड़ पड़ा, जब उनकी बहन ने भी उन्हें कंधा दिया. विनय की पत्नी हिमांशी, जो सात दिन पहले ही उनके साथ विवाह बंधन में बंधी थीं, दिल्ली एयरपोर्ट पर पार्थिव शरीर से लिपट कर रो पड़ीं. बिलखती हुई हिमांशी ने कहा कि जितने भी पल साथ बिताए, वो मेरी ज़िंदगी के सबसे हसीन पल थे. मुझे आप पर गर्व है. जय हिंद.
ये भी पढ़ें- हरियाणा सरकार का सख्त एक्शन, 379 MTP केंद्र सील, भ्रूण हत्या पर बड़ा वार
सीएम ने भी पहुंते अंतिम यात्रा
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी पहुंचे और कहा कि आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने जींद में प्रस्तावित अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे. 22 अप्रैल को विनय नरवाल की हत्या उस वक्त की गई, जब वह अपनी पत्नी के साथ हनीमून मनाने के लिए पहलगाम पहुंचे थे. यह उनकी शादी के केवल आठवें दिन की बात थी. 26 वर्षीय विनय नरवाल की शहादत ने पूरे देश को झकझोर दिया है. करनाल से लेकर देशभर में लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनकी बहादुरी को सलाम कर रहे हैं