Haryana News: पलवल जिले के गांव रतीपुर में अज्ञात कारणों से आग लग गई. आग इतनी भयंकर थी कि किसानों का लाखों रुपए का पशुओं का चारा जलकर राख हो गया. इतना ही नहीं अग्निशमन विभाग की लापरवाही भी यहां खुलकर सामने आई, जहां सूचना के बाद भी फायर ब्रिगेड बहुत देरी से पहुंची और वो भी खराब, जिसकी वजह से आग पर काबू नहीं पाया जा सका. यहां आग बुझाने पहुंची फायर ब्रिगेड की हालत यह थी कि फायर ब्रिगेड के पाइप की बजाय लोग यहां उसमें से बाल्टियां भरकर इस भयंकर आग को बुझाते नजर आये. यहां अग्निशमन विभाग की लापरवाही इस कदर थी कि अगर ग्रामीण खुद अपने ट्रेक्टरों और अन्य साधनों से आग बुझाने में नहीं जुटते तो भयंकर जान-माल का भी नुकसान हो सकता था.
जंगल की ओर बढ़ी आग
ग्रामीणों ने आग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आग करीब डेढ़ बजे लगभग गेलपुर गांव की तरफ से शुरू हुई जो रतिपुर गांव की आबादी के करीब आ पहुंची. ग्रामीणों ने बताया कि आग की सूचना मिलते ही ग्रामीण जंगल की तरफ निकले और आग को बुझाने का हरसंभव प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका. इसके बाद इसकी सूचना तुरंत फायर ब्रिगेड को दी गई, लेकिन फायर ब्रिगेड ने भी काफी लापरवाही बरती.
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देरी से पहुंची फायर ब्रिगेड
एक तो फायर ब्रिगेड काफी देर से पहुंची वहीं, दूसरी ओर फायर ब्रिगेड काफी देरी से गांव में पहुंची और उनमें से एक मशीन में जहां काफी कम मात्रा में पानी मौजूद था तो वहीं दूसरी मशीन खराब थी, जिसकी वजह से आग पर काबू नहीं पाया जा सका, जिसकी वजह से नुकसान में इजाफा हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि खराब मशीन से पानी नहीं निकल रहा था, जिसकी वजह से ग्रामीणों ने उसमें से बाल्टियां भरकर आग बुझाने का प्रयास किया. ग्रामीणों ने बताया कि इस आगजनी में गांव के किसान, चन्द्र, नानक, नारायण और हंसराज आदि के जहां 5 भूसे के बांगे जलकर राख हुए हैं. वहीं, करीब 25 एकड़ में गेहूं कटने के बाद खड़ा प्याल जिसमें से पशुओं का भूसा बनना था वो भी जलकर राख हो गया. ग्रामीणों ने बताया कि इस आगजनी में करीब दस लाख रुपए का किसानों को नुकसान हुआ है. अगर फायर ब्रिगेड समय से और दुरुस्त अवस्था में आ जाती तो नुकसान इतना नहीं होता.