Panipat News: हरियाणा में जल्द ही कंप्यूटर युक्त डिजिटल लाइब्रेरियां खोली जाएंगी, ताकि बच्चों को आधुनिक संसाधनों के साथ पढ़ाई का बेहतर माहौल मिल सके. यह घोषणा प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने की. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में कई स्कूल 60 साल से भी ज्यादा पुराने और जर्जर अवस्था में हैं. ऐसे सभी स्कूलों को कंडम घोषित किया जा रहा है. पहले चरण में ऐसे 1,500 स्कूलों की पहचान की गई है, उन्हें पूरी तरह से नया बनाया जाएगा.साथ ही जिनकी मरम्मत की संभावना होगी, उन्हें सुधारा जाएगा.ये बातें शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा पानीपत जिले के दीवाना गांव में कहीं. वह गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से बने नए भवन का उद्घाटन करने पहुंचे थे. इस दौरान वे स्कूली छात्र-छात्राओं के बीच बैठे और अपने छात्र जीवन को याद किया. शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी शिक्षक पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ कार्य करें ताकि भारत के नए भविष्य की मजबूत नींव रखी जा सके.
स्कूल निर्माण और मरम्मत पर एक करोड़ खर्च
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी राकेश बुरा, ग्राम सरपंच और विद्यालय की अध्यापिका भी मौजूद रहे. महिपाल ढांडा ने बताया कि दीवाना गांव के स्कूल में पांच नए कमरे बनाए गए हैं तथा कुछ कक्षाओं की मरम्मत करवाई गई है. इस कार्य पर लगभग एक करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. ग्रामीणों की मांग पर पहली बार चुनाव जीतने के बाद उन्होंने इस स्कूल को बारहवीं कक्षा तक मान्यता दिलवाई थी. मंत्री ने आगे कहा कि हमारा लक्ष्य नया भारत बनाना है. ऐसा पूरी दुनिया में कल्याणकारी योजनाएं लागू कर सके. भारत सदैव देने वाला देश रहा है. जब तक हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को बेहतर शिक्षा नहीं देंगे, तब तक हम अपने ऋषि-मुनियों और पूर्वजों के सपनों को साकार नहीं कर पाएंगे.
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शिक्षकों से अपना सर्वश्रेष्ठ देने की अपील
महिपाल ढांडा ने कहा कि यदि शिक्षक बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए अपना 100% देंगे, तो बच्चे भी बदले में अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे. यही भारत के नवनिर्माण की असली नींव है. भारत एक महान विचार है, जो कभी दुनिया से कुछ मांगता नहीं, बल्कि सदा देने की सोचता है. हमें एक ऐसा समृद्ध और विकसित भारत बनाना है, जो 140 करोड़ भारतीयों का सपना है. मंत्री ने कहा कि एक समय था जब गांव के लोग चंदा इकट्ठा कर स्कूल बनवाते थे.
इनपुट- राकेश भयाना