Haryana News: अंबाला में इन दिनों टूटी सड़कों ने स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है. सड़कों की खराब हालत के कारण लोग आए दिन घायल हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार शिकायतें की हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. गड्ढों की वजह से लोग परेशान हैं और उनकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं है. यह स्थिति ऐसी हो गई है कि लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क.
कुछ समय पहले बनी नई सड़कों की हालत खराब
कुछ समय पहले बनाई गई नई सड़कों की हालत भी खराब हो गई है. आए दिन सड़क पर गड्ढों के कारण हादसे होते रहते हैं. कई बाजारों में ऐसी सड़कें हैं, जहां से लोग निकलना बंद कर चुके हैं, जिससे दुकानों पर ग्राहकों की संख्या में कमी आई है. बरसात के समय अंबाला की सड़कों पर पानी भर जाता है, लेकिन गड्ढों में पानी कई दिनों तक जमा रहता है. इससे लोगों को और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. स्थानीय निवासियों ने नगर निगम और विभिन्न अधिकारियों के पास शिकायतें भेजी हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है.
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विपक्षी पार्षद भी उठा रहे हैं आवाज
अंबाला के विभिन्न इलाकों की स्थिति को लेकर विपक्षी पार्षद भी आवाज उठा रहे हैं, लेकिन नगर निगम की अफसरशाही इस मुद्दे पर सुनने को तैयार नहीं है. निगम ने वार्डों के लिए 25-25 लाख रुपये सड़क रिपेयर के लिए देने की बात की थी, लेकिन यह सब सर्वे में अटक गया है. हाल ही में 6.49 करोड़ रुपये खर्च कर गड्ढे भरे गए, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है. इस पर अंबाला की नई मेयर शैलजा सचदेवा ने कहा कि जल्द ही सुधार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पार्षदों के लिए 1-1 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है, जिसमें 25 लाख रुपये से सड़क रिपेयर करवाई जा सकेगी.