Petrol Filling Tips: पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों की प्रमुख शिकायतें फ्यूल की गुणवत्ता और मात्रा से संबंधित होती हैं. बहुत से लोगों का मानना है कि सुबह में पेट्रोल भरवाने से अधिक फ्यूल प्राप्त होता है, लेकिन क्या यह सही है. जानकारों के अनुसार विज्ञान के नजरिए से यह कोई सबूत नहीं है कि सुबह के समय ईंधन अधिक उपलब्ध होता है. इसके पीछे एक बड़ा कारण है - आधुनिक ईंधन वितरण यंत्र. ये मशीन अपने आप तापमान के अनुसार मात्रा को समायोजित कर लेती हैं और आपको निश्चित मात्रा मिलती है चाहे आप सुबह, दोपहर या रात के किसी समय पेट्रोल भरवाएं.
फ्यूल डेंसिटी का मतलब क्या होता है
सरकार ने फ्यूल डेंसिटी 730 से 800 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तय की है. इसका अर्थ यह है कि यदि किसी पेट्रोल की डेंसिटी इस निश्चित सीमा के भीतर है, तो उसे मानक के अनुसार और शुद्ध माना जाएगा. ज्यादातर पेट्रोल पंपों पर डेंसिटी मापने की मशीन उपलब्ध होती है, जिससे ग्राहक खुद जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
यदि आपको कम ईंधन प्राप्त होता है, तो क्या करें
यदि पेट्रोल पंप पर डेंसिटी की जांच में कम स्तर मिलता है तो यह तापमान का प्रभाव नहीं, बल्कि पंप संचालक की लापरवाही या जानबूझकर की गई धोखाधड़ी का संकेत हो सकता है. इस स्थिति में ग्राहक पेट्रोलियम मंत्रालय या संबंधित विभाग में अपना शिकायत प्रस्तुत कर सकते हैं.
सुबह पेट्रोल भरवाने का क्या फायदा है
जानकारों के अनुसार सुबह पेट्रोल टंकी भरवाने का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, लेकिन लोगों को यह महसूस होता है कि इससे अधिक ईंधन मिलता है. यह एक प्रसिद्ध भ्रांति या कहानी है जिसे वास्तविकता मानकर लोग सुबह के समय कतार में खड़े हो जाते हैं. आप दिन के किसी भी समय पेट्रोल डलवाएं, मात्रा और गुणवत्ता में कोई अंतर नहीं आएगा यदि पेट्रोल पंप मानकों के अनुरूप हैं.
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य वैज्ञानिक तथ्यों और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. वास्तविक अनुभव स्थान और पंप की गुणवत्ता पर निर्भर कर सकते हैं, अतः किसी भी समस्या की स्थिति में अधिकृत स्रोत से जांच करवाना उचित होगा.
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