Delhi News: दिल्ली में विधानसभा चुनावों से पहले बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के प्रति अपमान के आरोपों ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है. आम आदमी पार्टी (आप) और इसके नेता अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाते हुए आक्रामक रुख अपनाया है. यह मामला केवल आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे दलितों और पिछड़ों के अधिकारों की रक्षा का मुद्दा भी जुड़ गया है.
भाजपा का पलटवार
भाजपा ने इस मुद्दे पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के पुराने बयान को उठाकर बड़ा पलटवार किया है. भाजपा ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी हमेशा से आरक्षण के खिलाफ रही है. भाजपा के नेता विजेंद्र गुप्ता ने आतिशी के पुराने ट्वीट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि 'आप' असल में दलितों और वंचितों के हक के खिलाफ काम कर रही है.
आतिशी का पुराना बयान
आतिशी का बयान 4 अप्रैल 2014 का है, जिसमें उन्होंने आरक्षण पर अपनी राय व्यक्त की थी. उस समय उन्होंने कहा था कि जिन लोगों को आरक्षण का लाभ मिल चुका है, उनकी अगली पीढ़ी को कतार में सबसे पीछे होना चाहिए. इस बयान ने भाजपा को 'आप' के खिलाफ एक मजबूत हथियार दिया है.
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सोशल मीडिया पर चर्चा
भाजपा ने इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर '#आप अगेंस्ट रिजर्वेशन' हैशटैग का इस्तेमाल किया है. इससे यह स्पष्ट होता है कि भाजपा ने इस मुद्दे को अपने राजनीतिक लाभ के लिए भुनाने का प्रयास किया है. इस प्रकार, दिल्ली में चुनावी माहौल और भी गरमाता जा रहा है.