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प्राधिकरण DND की खाली जमीन को लेगा वापस, इस परियोजना पर जल्द शुरू होगा सर्वे

Noida Authority News: डीएनडी टोल पर वर्ष 2016 में नोएडा टोल ब्रिज कंपनी अपना शुल्क वसूलने का काम करती थी. उसके बाद उच्छ न्यायालय ने डीएनडी को टोल फ्री करने का आदेश दिया था.

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प्राधिकरण DND की खाली जमीन को लेगा वापस, इस परियोजना पर जल्द शुरू होगा सर्वे
प्राधिकरण DND की खाली जमीन को लेगा वापस, इस परियोजना पर जल्द शुरू होगा सर्वे
PUSHPENDER KUMAR|Updated: May 16, 2025, 07:11 AM IST
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नोएडा : नोएडा प्राधिकरण ने डीएनडी पर खाली जमीन को वापस लेने के तैयारी पूरी कर ली है. जानकारी के अनुसार प्राधिकरण टोपोग्राफिकल सर्वे कराएगा और प्राधिकरण ने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी जारी कर दी है. प्राधिकरण के अनुसार एजेंसियां 28 मई तक अपना आवेदन कर सकती हैं.

डीएनडी चल रहा टोल फ्री
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पहले उच्च न्यायालय और फिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से डीएनडी टोल फ्री हुआ और कई दिनों से ये फ्री ही चल रहा है. लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2016 तक नोएडा टोल ब्रिज कंपनी डीएनडी पर वाहन चालकों से शुल्क वसूलने का काम करती थी. तभी वहां पर उच्च न्यायालय ने डीएनडी को टोल फ्री करने का आदेश दिया था. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने भी इसको बनाने के लिए अनबंध को ही गलत बताया. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने टोल ब्रिज कंपनी की उस याचिका को भी खारिज कर दिया. यह वो फैसला था जिस पर पुर्नविचार करने का आग्रह किया गया था.

जमीन लेने की तैयार तेज
जानकारी के लिए बता दें कि अब स्थाई तौर पर डीएनडी टोल फ्री रहने को देखते हुए प्राधिकरण टोल प्लाजा व सड़क के अलावा अन्य खाली पड़ी जमीन को अपने प्रयोग के लिए लेने की तैयारी तेज कर ली है. बता दें कि अभी तक यह जमीन नोएडा टोल ब्रिज कंपनी के कब्जे में है. साथ ही यह डूब क्षेत्र में करीब 330 एकड़ जमीन है. इस मामले पर प्राधिकरण का कहना है कि खाली पड़ी जमीन किस प्रयोग के लिए आ सकती है, इसको देखते हुए इसका टोपोग्राफिकल सर्वे कराया जाएगा और इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी चल रही है. प्राधिकरण के इस सर्वे में करीब 45 लाख रुपये का खर्चा आएगा.

टोपोग्राफिकल सर्वे क्या होता है 
जानकारी के अनुसार यह सर्वे किसी क्षेत्र की ऊंचाई, ढलान, प्राकृतिक और मानव निर्मित संरचनाओं को विस्तृत करता है. अगर सर्वे की बात करें तो यह निर्माण और विकास परियोजनाओं के लिए बहुत ही आवश्यक है.

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