Aam Admi Party: दिल्ली के पश्चिम विहार स्थित एक निजी स्कूल के बाहर अभिभावकों ने सोमवार को फीस वृद्धि खिलाफ प्रदर्शन किया. अभिभावकों का कहना है कि स्कूल की तरफ से करीबन 30 से 40 प्रतिशत फीस बढ़ा दी गई है. अचानक से हमें पता चला. अब हम इतनी फीस नहीं भर सकते. उन्होंने स्कूल प्रशासन से फैसला वापस लेने को कहा. इधर फीस बढ़ोतरी के मुद्दे पर पूर्व सीएम आतिशी ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. साथ ही उसके सामने तीन मांगें रखी हैं.
दिल्ली विधानसभा की नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा, प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता दिल्ली के अलग-अलग स्कूलों के बाहर खड़े होकर प्रदर्शन कर रहे हैं और नारे लगा रहे हैं. स्कूल के गेट लॉक कर दिए जा रहे हैं. माता-पिता को स्कूल में घुसने नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा, बीजेपी की सरकार जब से बनी है, तब से प्राइवेट स्कूलों ने लूट शुरू कर दी है. पिछले 10 साल से अरविंद केजरीवाल की सरकार के दौरान प्राइवेट स्कूलों की फीस वृद्धि पर लगाम लगाई गई थी. दिल्ली सरकार जो ऑडिट कराती थी, अगर उसमें निकलता था कि गलत तरीके से फीस बढ़ाई गई है तो स्कूल को फीस वापस करने को कहा जाता था. अरविंद केजरीवाल की सरकार ईमानदार थी.
आतिशी ने कहा, प्राइवेट स्कूलों को फीस बढ़ाने से पहले दिल्ली सरकार से ऑडिट कराना पड़ता था. एक-एक पैसे का हिसाब किताब किया जाता था. जिस दिन से बीजेपी की सरकार दिल्ली में बनी है, प्राइवेट स्कूलों को खुली छूट मिल गई है. रोज किसी न किसी स्कूल की फीस बढ़ने की खबर आ रही है. सोशल मीडिया पर रोज हमें लोग टोक रहे हैं, माता पिता कॉल कर रहे हैं. अलग-अलग स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता लगातार हमें कॉल कर रहे हैं
अभिभावक इस फीस को रुकवाने के लिए उनसे कह रहे हैं.
पूछा- स्कूलों और सरकार में साठगांठ तो नहीं
आतिशी ने कहा, दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को कहना चाहती हूं कि हर जगह हाहाकार मचा है.अगर इन प्राइवेट स्कूलों से बीजेपी की साठगांठ नहीं है तो आज ही आदेश जारी करें कि बढ़ी हुई फीस माता-पिता को नहीं देनी है. बढ़ी हुई फीस पर आज से ही रोक लगा दी जाए.
दिल्ली सरकार से तीन मांग
1 . बढ़ी हुई फीस पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए. स्कूल माता-पिता पर दबाव न डाल सके.
2. प्राइवेट स्कूल जो फीस बढ़ा रहे हैं, उनका ऑडिट कराया जाए.
3. ऑडिट के बाद ही किसी किसी भी स्कूल को बढ़ी हुई फीस वापस लेने का अधिकार दिया जाए.
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