Sirsa News: सिरसा नगर परिषद चुनाव को लेकर एक नया विवाद सामने आया है, जिसमें GTM निवासी अंजलि शर्मा के वोट से जुड़ी अनियमितता ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अंजलि शर्मा जैसे ही वोट डालने के लिए सरकारी स्कूल के मतदान केंद्र पर पहुंचीं, चुनाव अधिकारियों ने उन्हें बताया कि उनका वोट पहले ही डल चुका है. इस पर अंजलि ने हैरान होकर कहा कि उसने अपना वोट तो नहीं डाला, जिससे चुनाव अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया.
अंजलि नाम डाले गए फर्जी वोट
अंजलि और उनकी माता ने चुनाव अधिकारियों से कई बार इस समस्या को सुलझाने की गुजारिश की, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला. अंजलि का आरोप था कि चुनाव अधिकारियों ने उसे पंजाबी में साइन किए गए दस्तावेज दिखाए, जबकि वह पंजाबी नहीं जानतीं. इस मामले को लेकर वह और उनकी माता काफी देर तक परेशान रहीं, लेकिन अधिकारियों ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया. अंजलि ने इस घटना की जानकारी अपने मामा संजय शर्मा को दी, जिन्होंने तुरंत चुनाव के उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराया. इसके बाद जिला प्रशासन और चुनाव अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया और अंजलि का टेंडर वोट डलवाया गया, जबकि पहले डाले गए फर्जी वोट को रद्द किया गया.
अंजलि शर्मा का आरोप
अंजलि ने बताया कि जब वह मतदान केंद्र पर पहुंची तो चुनाव अधिकारियों ने कहा कि उसका वोट पहले ही सबमिट हो चुका है. उन्होंने अधिकारियों से यह पूछा कि जब वह वोट डालने के लिए अब आई हैं, तो उनका वोट पहले कैसे डाला जा सकता है. अधिकारियों ने उसे पंजाबी में किए गए साइन दिखाए, लेकिन चूंकि अंजलि को पंजाबी नहीं आती. वह इस बात को लेकर और भी भ्रमित हो गईं. अंजलि के मामा संजय शर्मा ने चुनाव अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा लग रहा था कि किसी और ने अंजलि का वोट डाला है और उसके साइन भी फर्जी तरीके से किए गए हैं.
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जल्द हो कार्रवाई
अंजलि और उसकी माता की शिकायत के बाद, सिरसा प्रशासन और चुनाव अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया और 2 घंटे बाद अंजलि का टेंडर वोट डलवाने का फैसला लिया. पहले डाले गए फर्जी वोट को रद्द कर दिया गया. संजय शर्मा ने इस मामले की पूरी जांच की मांग करते हुए कहा कि यह मामला चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है.
Input- VIJay Kumar