Rewari News: रेवाड़ी के तोपचीवाड़ी मोहल्ले के रहने वाले रितेश गुलाटी का दिल आज भी अपने बेटे अंश गुलाटी की याद में तड़पता है. छह साल पहले 11 अक्टूबर 2019 को उनका इकलौता बेटा ट्यूशन के लिए घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा. शाम को उसकी स्कूटी रेलवे स्टेशन पर लावारिस हालत में मिली, लेकिन अंश का कोई पता नहीं चला.
जानकारी के लिए बता दें कि अब इतने सालों बाद एक गुमनाम चिट्ठी ने परिवार की चिंता को और बढ़ा दिया है. यह पत्र हिसार के एक शिव मंदिर में मिला, जिसमें अंश गुलाटी का नाम भी दर्ज है. पत्र में लिखा है कि देश के करीब 100 युवाओं को अगवा कर पाकिस्तान और दुबई भेजा गया है. यही नहीं यह पत्र आईजी ऑफिस हिसार को संबोधित था और तेलंगाना के निजामाबाद का पता इसमें लिखा गया है. अंश के पिता रितेश गुलाटी जब इस चिट्ठी की जानकारी मिलने पर हिसार पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें बताया कि केस दोबारा खोलने की जिम्मेदारी रेवाड़ी पुलिस की है. छह साल से बेटे की तलाश कर रहे रितेश अब प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से गुहार लगा रहे हैं कि मामले की जांच सीबीआई या एनआईए से करवाई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके.
रितेश गुलाटी एक कूलर कंपनी में नौकरी करते हैं. उनका कहना है कि अंश उनका इकलौता बेटा है और जब वह लापता हुआ था, तब वह 11वीं कक्षा में पढ़ता था. वे देश के कई शहरों मुंबई, दिल्ली, देहरादून, सूरत, नोएडा में बेटे को ढूंढ़ चुके हैं. हर बार जब उन्हें कोई सूचना मिलती है वे तुरंत वहां पहुंच जाते हैं, लेकिन हर बार हाथ निराशा ही लगती है.
इनपुट- नवीन
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