Mandi Kheda village: हरियाणा के नूंह जिले के मांडी खेड़ा गांव से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया. गांव के एक पुराने कुएं की सफाई के दौरान तीन लोगों की जान चली गई. यह हादसा उस समय हुआ जब किसान रसीद सुबह अपने खेत में पानी भराने गया था.
बताया जा रहा है कि खेतों में सिंचाई के लिए पानी की कमी महसूस होने पर रसीद ने कुएं में उतरकर सफाई करने की सोची. जैसे ही वह कुएं में उतरा, जहरीली गैस की चपेट में आकर वह बेहोश हो गया. वहां मौजूद अन्य दो लोगों ने रसीद को बचाने के लिए बिना कुछ सोचे-समझे कुएं में छलांग लगा दी, लेकिन वे भी उसी गैस का शिकार हो गए और बेहोश हो गए. काफी देर तक जब तीनों बाहर नहीं आए, तो आसपास के लोगों को शक हुआ. देखते ही देखते मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई. तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई.
फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और ऑक्सीजन मास्क की मदद से तीनों शवों को कुएं से बाहर निकाला गया. तीनों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी. यह हादसा कुएं के भीतर बनी जहरीली गैस के कारण हुआ. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए मांडी खेड़ा अस्पताल भिजवाया और मामले की जांच शुरू कर दी है. मृतकों में दो युवक मांडी खेड़ा गांव के निवासी थे, जबकि तीसरा युवक उत्तर प्रदेश का रहने वाला था.
यह हादसा एक बार फिर हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि पुराने कुओं या बोरवेल में सफाई के समय उचित सावधानी और सुरक्षा उपकरण कितने जरूरी हैं. बिना सुरक्षा के नीचे उतरना जानलेवा साबित हो सकता है. गांव में इस हादसे के बाद मातम पसरा हुआ है. हर आंख नम है, हर दिल दुखी है. तीन परिवारों ने अपने घर के कमाऊ और मेहनती लोगों को खो दिया. यह एक दर्दनाक याद बनकर रह गई, जो पूरे गांव को हमेशा चुभती रहेगी.
इनपुट- अनिल मोहनिया
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