Fatehabad News: ढाणी डुलट गांव के रहने वाले शहीद मनोहरलाल की शहादत पर परिवार और गांव के लोग गर्व महसूस करते हैं. मनोहरलाल ने मात्र 18 वर्ष की उम्र में सेना में भर्ती होकर देश सेवा की ठानी थी. 1995 में सेना में भर्ती हुए मनोहरलाल ने 22 वर्ष की आयु में कारगिल युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हो गए. उनके परिवार में मनोहरलाल के दादा, नाना और मामा भी सेना में सेवा दे चुके हैं. वे एक साधारण किसान परिवार से थे, जहां उनके पिता किसान और माता गृहिणी हैं. उनकी शहादत को सम्मानित करते हुए गांव के सरकारी स्कूल का नाम अब शहीद मनोहरलाल के नाम पर रखा गया है, जिससे उनकी याद हमेशा जीवित रहे.