Delhi News: दिल्ली भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने ऑपरेशन सिंदूर पर प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की सराहना करते हुए कहा कि इससे पाकिस्तान को कड़ा संदेश गया है कि आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते. वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पूरा देश प्रधानमंत्री मोदी और सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है.
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे सशस्त्र बलों की वीरता और साहस को सलाम किया. प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते. पूरा देश प्रधानमंत्री मोदी और सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश ने पिछले कुछ दिनों में भारत की शक्ति और संयम दोनों को देखा है.
ये भी पढ़ें: Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में बाइक सवार दो बदमाशों ने की युवक की गोली मारकर हत्या
उन्होंने प्रत्येक भारतीय नागरिक की ओर से देश की शक्तिशाली सशस्त्र सेनाओं, खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों को सलाम किया. प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान की सेना और सरकार लगातार आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी कार्रवाइयां अंततः पाकिस्तान के पतन का कारण बनेंगी. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान को अपना अस्तित्व बचाना है तो उसे अपने आतंकी ढांचे को खत्म करना होगा- शांति के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं है. उन्होंने भारत के दृढ़ रुख की पुष्टि करते हुए कहा कि आतंक और बातचीत एक साथ नहीं रह सकते, आतंक और व्यापार समानांतर नहीं चल सकते और खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते. वैश्विक समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने भारत की दीर्घकालिक नीति दोहराई कि पाकिस्तान के साथ कोई भी चर्चा केवल आतंकवाद पर केंद्रित होगी तथा पाकिस्तान के साथ कोई भी वार्ता पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर केंद्रित होगी.
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रधानमंत्री ने भगवान बुद्ध की शिक्षाओं पर विचार करते हुए इस बात पर जोर दिया कि शांति का मार्ग शक्ति द्वारा निर्देशित होना चाहिए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मानवता को शांति और समृद्धि की ओर बढ़ना चाहिए, यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रत्येक भारतीय सम्मान के साथ रह सके और विकसित भारत के सपने को साकार कर सके. प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत को शांति बनाए रखने के लिए मजबूत होना चाहिए और जब आवश्यक हो, तो उस ताकत का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हाल की घटनाओं ने भारत के अपने सिद्धांतों की रक्षा करने के संकल्प को प्रदर्शित किया है. अपने संबोधन के समापन पर उन्होंने एक बार फिर भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता को सलाम किया और भारत के लोगों के साहस और एकता के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त किया.