YEIDA Master Plan 2031: दिल्ली एनसीआर से सटे उत्तर प्रदेश में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के मास्टर प्लान 2031 के दूसरे चरण को सरकार ने मंजूरी दे दी है. इस योजना के तहत अलीगढ़, मथुरा, हाथरस और आगरा जैसे जिलों में बड़े औद्योगिक, आवासीय और व्यावसायिक परियोजनाओं की योजना बनाई गई है. इससे 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास विकास कार्यों को गति मिलेगी.
YEIDA का क्षेत्र छह जिलों में फैला हुआ
YEIDA का अधिसूचित क्षेत्र छह जिलों में फैला हुआ है, जिसमें कुल 3,352 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र शामिल है. यह गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, आगरा, अलीगढ़, मथुरा और हाथरस के 1,149 गांवों को कवर करता है. YEIDA के मास्टर प्लान 2031 को दो चरणों में बांटा गया है.
पहला चरण (Phase I) – यह गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर के 759 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विकास कार्यों पर केंद्रित है. फिलहाल सभी विकास कार्य, भूमि अधिग्रहण और आवंटन इसी चरण के अंतर्गत हो रहे हैं.
दूसरा चरण (Phase II) – यह 2,593 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करेगा, जिसमें मथुरा, आगरा, अलीगढ़ और हाथरस के शहरी क्षेत्र शामिल हैं. इस चरण के तहत हेरिटेज सिटी और लॉजिस्टिक्स पार्क जैसी प्रमुख परियोजनाओं की योजना बनाई गई है.
फेज-2 में शुरू होंगे नए प्रोजेक्ट्स
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक YEIDA ने दूसरे चरण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली है. इसमें हेरिटेज सिटी, लॉजिस्टिक्स पार्क, औद्योगिक और आवासीय परियोजनाएं शामिल होंगी. इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने यह भी घोषणा की है कि यह मास्टर प्लान यह सुनिश्चित करेगा कि सभी विकास कार्य सुनियोजित और व्यवस्थित रूप से पूरे किए जाएं.
जेवर एयरपोर्ट के पास हाई-टेक टाउनशिप
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से मात्र 15 मिनट की दूरी पर एक हाई-टेक टाउनशिप विकसित करने की घोषणा की है. यह टाउनशिप नोएडा के सेक्टर-24A में स्थित होगी.
यह प्रमुख स्थानों से जुड़ी होगी
451 आवासीय प्लॉट होंगे उपलब्ध
इस नई टाउनशिप में विभिन्न आकार के कुल 451 आवासीय प्लॉट उपलब्ध होंगे. इनमें शामिल हैं.
YEIDA मास्टर प्लान 2031 से विकास को मिलेगी रफ्तार
यमुना एक्सप्रेसवे मास्टर प्लान 2031 के तहत औद्योगिक, आवासीय और व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. लॉजिस्टिक्स पार्क और हेरिटेज सिटी के विकास से पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे. इस योजना के लागू होने से यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास के इलाकों में बुनियादी ढांचे का तेजी से विस्तार होगा, जिससे पूरे क्षेत्र का आर्थिक और सामाजिक विकास सुनिश्चित किया जा सकेगा.
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