Maharashtra political controversy: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को मीरा रोड पर विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलने के मामले पर राजनीति गरम है. अब इस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मनसे कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन से नहीं रोका गया है बल्कि पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी थी जिसे उन्होंने मानने से इनकार कर दिया. इसलिए प्रशासन ने तय सुरक्षा कारणों से मूल रूट पर मार्च की इजाजत नहीं दी.
यह कहना गलत है कि..
असल में फडणवीस ने कहा कि यह कहना गलत है कि सरकार ने प्रदर्शन पर रोक लगाई. महाराष्ट्र में लोकतांत्रिक तरीके से किसी को भी आंदोलन करने की इजाजत है लेकिन रूट को लेकर पुलिस को निर्णय लेना पड़ता है ताकि ट्रैफिक या भगदड़ जैसी घटनाएं न हों. पुलिस ने सिर्फ रूट बदलने को कहा था. लेकिन मनसे कार्यकर्ता तैयार नहीं हुए.
मीरा रोड को राजनीतिक प्रयोगशाला बनाया?
न्यूज एजेंसी के मुताबिक इस पूरे मामले के बीच मुख्यमंत्री से यह भी पूछा गया कि क्या मीरा रोड को राजनीतिक प्रयोगशाला बनाया जा रहा है. इस पर उन्होंने जवाब दिया कि महाराष्ट्र का स्वभाव ऐसा नहीं है. मराठी समाज संकीर्ण नहीं बल्कि उदार सोच वाला है. जब देश पर संकट आता है तो मराठी लोग सिर्फ महाराष्ट्र नहीं पूरे भारत की सोच रखते हैं.
बता दें कि 29 जून को मीरा रोड इलाके में भाषा विवाद को लेकर मनसे कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से एक व्यापारी से इसलिए मारपीट की थी क्योंकि वह मराठी नहीं बोल रहा था. इस घटना के बाद बवाल मचा हुआ है. इसके बाद ही तनाव और बयानबाजी तेज है. ians input
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