DNA Analysis: एक तरफ, ईरान की धरती से ट्रंप को मारने की धमकी दी जा रही है. तो दूसरी ओर अमेरिका में बैठकर ट्रंप पूरी दुनिया को धमकी दे रहे हैं. और ट्रंप की इस चेतावनी की चपेट में भारत भी आ सकता है. किस तरह ट्रंप की वॉर्निंग भारत को प्रभावित कर सकती है. ये अब आपको ध्यान से पढ़ना और समझना चाहिए.
डॉनल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि वो अमेरिकी प्रतिबंधों से जुड़े एक विधेयक को जल्द लागू कर सकते हैं. इस विधेयक का नाम है- SANCTIONING RUSSIA ACT OF 2025. इस विधेयक के जरिए अमेरिका उन देशों पर टैरिफ यानी आयात ड्यूटी बढ़ाएगा, जो रूस से गैस और तेल ले रहे हैं और भारत भी ऐसे देशों की सूची में शामिल है. इस एक्ट के तहत अमेरिका 500 प्रतिशत तक टैरिफ बढ़ा सकता है.
#DNAWithRahulSinha | ट्रंप की 500% वाली धमकी डीकोड, भारत पर 500% टैरिफ लगाएंगे ट्रंप?
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— Zee News (@ZeeNews) July 10, 2025
यूक्रेन युद्ध के दौरान ट्रंप से पहले बाइडन सरकार ने भी ऐसी ही कोशिश की थी. फर्क इतना है कि बाइडन सरकार ने रूस से तेल लेने वाले देशों को तेल ना खरीदने की नसीहत दी थी. जबकि ट्रंप ने सीधे 500 प्रतिशत टैरिफ बढ़ाने की चेतावनी दे दी है. भारत क्यों ट्रंप की WARNING LIST में आया है, ये समझने के लिए आपको कुछ आंकड़े गौर से पढ़ने चाहिए.
यूक्रेन युद्ध शुरु होने से पहले रूस से भारत अपनी जरूरत का सिर्फ 1 प्रतिशत तेल ही खरीदता था. लेकिन यूक्रेन युद्ध की वजह से लगे प्रतिबंधों के चलते रूस ने अपने तेल की कीमत कम की और अब भारत अपनी जरूरत का तकरीबन 40 प्रतिशत तेल. सीधे रूस से लेता है. रूस से तेल आयात तकरीबन 8 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ा है.
अगर ट्रंप ने रूस पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक के जरिए रूस से तेल लेने वाले देशों पर 500 प्रतिशत टैरिफ लगाया. तो इसका असर ना सिर्फ भारत, बल्कि चीन और तुर्किए जैसे देशों को भी होगा. क्योंकि यूक्रेन युद्ध के दौरान चीन और तुर्किए ने भी रूस से ज्यादा तेल खरीदना जारी रखा है. ट्रंप धमकी तो दे रहे हैं लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या वो 500 प्रतिशत का टैरिफ वाकई लगाने की हिम्मत दिखा पाएंगे. ये सवाल क्यों उठ रहा है. ये समझने के लिए आपको उन उत्पादों की लिस्ट देखनी चाहिए, जो भारत से अमेरिका सप्लाई किए जाते हैं.
अमेरिका में घर के निर्माण में इस्तेमाल किए जाने वाला ग्रेनाइट पत्थर भारत का बड़ा निर्यात है. वर्ष 2024 में अमेरिका की ग्रेनाइट जरूरत का 50 प्रतिशत भारत से ही सप्लाई किया गया था. इसी तरह पिछले साल अमेरिका ने अपने 90 प्रतिशत खेती के उपकरण भारत से ही आयात किए थे. अमेरिका में मसालों की सप्लाई के 92 प्रतिशत हिस्से पर भारत का कब्जा है. अमेरिका में बिकने वाले स्मार्टफोंस का भारत दूसरा सबसे बड़ा सप्लायर है. अगर 500 प्रतिशत के टैरिफ के जवाब में भारत ने भी अपने उत्पादों पर एक्सपोर्ट ड्यूटी यानी निर्यात शुल्क बढ़ा दिया तो इसका सीधा असर अमेरिकी जनता की जरूरतों और जेब पर होगा, जो अमेरिका में ट्रंप की लोकप्रियता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
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