India-Pakistan: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आतंक का इस्तेमाल कर भारत को बातचीत की टेबल पर लाने की पाकिस्तान की रणनीति को भारत ने नाकाम कर दिया है. एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि नई दिल्ली अपने पड़ोसी के साथ उन शर्तों पर बातचीत नहीं करेगी जहां 'आतंकवाद की प्रथा को वैध माना जाता है.'
विदेश मंत्री ने कहा, 'पाकिस्तान लंबे समय से सीमा पार से आतंकवाद का इस्तेमाल भारत पर बातचीत के लिए दबाव बनाने के लिए कर रहा है. ऐसा नहीं है कि हम अपने पड़ोसी के साथ बातचीत नहीं करेंगे, परन्तु हम उन शर्तों के आधार पर बातचीत नहीं करेंगे जो उन्होंने (पाकिस्तान) रखी हैं, जिसमें बातचीत की मेज पर लाने के लिए आतंकवाद की प्रथा को वैध और प्रभावी माना जाता है..."
#WATCH | On Pakistan, EAM, Dr S Jaishankar says, "What Pakistan was trying to do, not now but over multiple decades, was really to use cross-border terrorism to bring India to the table. That, in essence, was its core policy. We have made that irrelevant by not playing that game… pic.twitter.com/8BfuGFTGNL
— ANI (@ANI) January 2, 2024
भारत कनाडा संबंधों पर कही यह बात
भारत-कनाडा संबंधों और खालिस्तानी मुद्दे पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, 'मुख्य मुद्दा यह है कि कनाडा की राजनीति में खालिस्तानी ताकतों को बहुत जगह दी गई है। और उन्हें ऐसी गतिविधियों में शामिल होने की छूट दी गई है जिससे संबंधों को नुकसान पहुंच रहा है। मुझे लगता है कि ये न भारत के हित में हैं और न कनाडा के हित में हैं...'
जो बाइडेन के भारत न आने पर
जयशंकर ने भारत की विदेश नीति के व्यापक पहलुओं, विशेषकर संयुक्त राज्य अमेरिका के संबंध में भी चर्चा की.
गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की भारत नहीं आने पर, जयशंकर ने खुलासा किया कि यह यात्रा प्रस्तावित क्वाड शिखर सम्मेलन से जुड़ी थी और तारीखें सभी भागीदारों के साथ मेल नहीं खा रही थीं. उन्होंने बताया, "यह क्वाड शिखर सम्मेलन से जुड़ा था...हर बात पर सभी की सहमति नहीं बन सकी.’
(इनपुट - ANI)
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