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सावधान हो जाएं मुहम्मद यूनुस! भारत का 'दूत' बांग्लादेश आ रहा है, हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ा तो सरकार ने बनाया मास्टर प्लान

Foreign Secretary to visit Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदुओं और मंदिरों पर हो रहे हमलों को लेकर भारतीयों में काफी गुस्सा है. बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हमलों के बीच देश की अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस ने के लिए मुसीबतें बढ़ सकती हैं. जानें पूरा मामला.

सावधान हो जाएं मुहम्मद यूनुस! भारत का 'दूत' बांग्लादेश आ रहा है, हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ा तो सरकार ने बनाया मास्टर प्लान
krishna pandey |Updated: Dec 07, 2024, 09:40 AM IST
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Bangladesh voilence: भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में इस्कॉन के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में भारत समेत कई देशों ने अपनी आवाज बुलंद की है. लेकिन भारत ने जिस तरह बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अत्याचार पर अपनी बात कही है, उससे एक बात तो तय है कि अब भारत आर-पार की लड़ाई में है. इसी बीच भारत ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री के नौ दिसंबर को बांग्लादेश का दौरा करने की शुक्रवार को घोषणा की है.

भारत-बांग्लादेश के बीच तनाव
उनकी यह यात्रा बांग्लादेश में हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर दोनों देशों के बीच उत्पन्न हुए तनाव के बीच होनी है. बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़कर भारत आने के बाद यह नयी दिल्ली से ढाका की पहली उच्चस्तरीय यात्रा होगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि मिस्री विदेश कार्यालय परामर्श ढांचे के तहत एक बैठक में शामिल होने के लिए बांग्लादेश की यात्रा पर जाएंगे. उन्होंने कहा कि विदेश सचिव नौ दिसंबर को बांग्लादेश का दौरा करेंगे. जायसवाल साप्ताहिक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे.

भारत के 'दूत' किससे करेंगे बात
उन्होंने कहा कि ढाका में विदेश सचिव बांग्लादेश के अपने समकक्ष के साथ वार्ता करेंगे, इसके अलावा कई अन्य बैठकें भी करेंगे. संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत इस मामले में निष्पक्ष, न्यायसंगत और पारदर्शी कानूनी प्रक्रिया अपनाए जाने की उम्मीद करता है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस मुद्दे पर पहले भी बात की है. हम अपनी अपेक्षा दोहराना चाहेंगे कि बांग्लादेश में जारी संबद्ध कानूनी प्रक्रियाएं निष्पक्ष, न्यायसंगत और पारदर्शी होंगी, ताकि संबंधित व्यक्तियों के कानूनी अधिकारों का पूरा सम्मान सुनिश्चित हो सके.’’

भारत की खुली चेतावनी!
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार बनने के आने के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध तनावपूर्ण हुए हैं. भारत बांग्लादेश देश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर हमलों को लेकर चिंता जताता रहा है. पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय समेत अल्पसंख्यकों पर हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं. भारत ने पिछले सप्ताह कहा था कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए. इनपुट भाषा से भी

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