Himachal floods: हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई है. देखे जी न्यूज की ग्राउंड जीरो रिपोर्ट कैसे कुल्लू, मनाली, रामबान, रुद्रप्रयाग और शिमला में कुदरत के कहर ने तबाही मचाया है. देखें वीडियो.
3 जगह बादल फटे, 9 जगह बाढ़ आई, 5 लोगों ने जान गंवाई, हिमाचल में कुदरत के कहर की तस्वीरें #HimachalWeather #Floods | #ZeeNews @Chandans_live @NeerajGaur_ pic.twitter.com/sP1tzLfiZG
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कुल्लू: ग्राउंड रिपोर्ट – नीरज गौर
स्थिति: कुल्लू जिले में सैंज, गड़सा, मणिकर्ण और बंजार जैसे क्षेत्रों में बादल फटने से अचानक बाढ़ ने तबाही मचाई है. सैंज घाटी के जीवा नाले में भारी मलबा और पानी का तेज बहाव देखा गया, जिसके कारण सड़कें, 8 वाहन, 10 छोटे पुल और एक बिजली प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हो गए.
हालात: रास्ते बह गए हैं, और कई जगहों पर पानी का पल-पल बदलता स्तर जीवन को अस्त-व्यस्त कर रहा है. लोग अभी भी दहशत में हैं, क्योंकि नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ा हुआ है.
टूरिस्ट्स की स्थिति: तीर्थन वैली, जीभी, शोजा, कसोल और सैंज घाटी में करीब 2000 पर्यटक फंसे हुए हैं. प्रशासन का दावा है कि सभी पर्यटक होटल और होम स्टे में सुरक्षित हैं, लेकिन सड़कों के क्षतिग्रस्त होने से यातायात प्रभावित है.
टूरिस्ट बाइट: एक पर्यटक, प्रदीप कुमार (हरियाणा से), ने बताया, "हम कसोल में रुके हैं. हालात डरावने हैं, लेकिन होटल में हम सुरक्षित हैं. सड़कें बंद होने से वापसी का प्लान रुक गया है. प्रशासन से जल्दी रास्ता खोलने की गुजारिश है."
जहां कुदरत की चोट, वहां से ग्राउंड रिपोर्ट
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रामबान: ग्राउंड रिपोर्ट – खालिद
स्थिति: जम्मू-कश्मीर के रामबान में भारी बारिश के कारण बगलिहार और सालाल डैम के गेट खोलने पड़े. डैम प्रबंधन ने बताया कि अगर गेट न खोले जाते, तो पानी बांध के ऊपर से बह जाता, जिससे और बड़ी तबाही हो सकती थी.
हालात: नदियों में उफान के कारण कई गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. स्थानीय लोग डर के साये में हैं, और राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं.
टूरिस्ट्स की स्थिति: रामबान में पर्यटकों की संख्या कम है, लेकिन आसपास के क्षेत्रों में फंसे कुछ पर्यटकों ने बताया कि सड़क मार्ग बाधित होने से यात्रा रुकी हुई है.
रामबन में उफान पर चिनाब नदी, खोलना पड़ा डैम का गेट, पाकिस्तान में घुसा पानी का सैलाब#RamBan #JammuAndKashmir | #ZeeNews @theanupamajha @timechangelives pic.twitter.com/3pgcIvYgjM
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टूरिस्ट बाइट: रमेश शर्मा (दिल्ली से) ने कहा, "हम रामबान से जम्मू लौट रहे थे, लेकिन सड़क बंद होने से रुकना पड़ा. स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन स्थानीय लोग मदद कर रहे हैं."
जहां कुदरत की चोट, वहां से ग्राउंड रिपोर्ट
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मनाली: ग्राउंड रिपोर्ट – संदीप सिंह
स्थिति: मनाली में ब्यास नदी का खौफनाक रूप देखने को मिला. बाहंग क्षेत्र में अचानक आई बाढ़ से तीन दुकानें बह गईं, और मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-3 को बिंदु ढंकार के पास नुकसान पहुंचा.
हालात: बाहंग में रह रहे करीब 2000 लोगों में दहशत का माहौल है. कई दुकानें बंद हैं, और अगर जलस्तर और बढ़ा, तो स्थिति और गंभीर हो सकती है. रिपोर्टर ने बताया कि जिस जगह से वे रिपोर्टिंग कर रहे हैं, वह भी खतरे की जद में है.
टूरिस्ट्स की स्थिति: मनाली में पर्यटक डर के माहौल में हैं. प्रशासन ने नदियों और नालों से दूर रहने की सलाह दी है.
टूरिस्ट बाइट: सुनैना (मुंबई से) ने कहा, "हम मनाली में छुट्टियां मनाने आए थे, लेकिन बाढ़ की खबरों से डर लग रहा है. होटल में रुके हैं, लेकिन बाहर निकलना मुश्किल है. जल्दी स्थिति सामान्य हो, यही उम्मीद है."
रुद्रप्रयाग: ग्राउंड रिपोर्ट – सुरेंद्र डसीला
स्थिति: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में भारी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचाई है. 8 लोग लापता हैं, और तेज बहाव के बीच मैन्युअल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है.
हालात: खौफनाक हादसों के बाद राहत और बचाव कार्य जारी हैं. भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध हैं, और स्थानीय लोग व प्रशासन अलर्ट पर हैं.
टूरिस्ट्स की स्थिति: रुद्रप्रयाग में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की मौजूदगी है, लेकिन सड़कों के बंद होने से कई फंसे हुए हैं.
टूरिस्ट बाइट: राजेश मेहता (गुजरात से) ने बताया, "हम केदारनाथ दर्शन के लिए आए थे, लेकिन बारिश और भूस्खलन ने डर पैदा कर दिया है. प्रशासन रेस्क्यू कर रहा है, लेकिन हालात अभी सामान्य नहीं हैं."
शिमला: ग्राउंड रिपोर्ट – अंकुश
स्थिति: शिमला में ब्यास नदी का बढ़ता जलस्तर चिंता का विषय बना हुआ है. लगभग 3000 लोग खतरे के साये में हैं. अगर बाढ़ की स्थिति बनी, तो नेशनल हाईवे-3, जो हिमाचल को लद्दाख से जोड़ता है, और अटल टनल मार्ग को भी खतरा हो सकता है.
हालात: भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी के कारण प्रशासन ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. लोग डर के माहौल में हैं और नदियों के किनारे बस्तियों में खतरा बढ़ गया है.
कुल्लू में जहां फटा था बादल वहां दिखे तबाही के After Effects, सैलाब के रास्ते में जो भी आया बहता चला गया, हज़ारों लोग भगवान भरोसे जीने को मजबूर
J&K के रामबन में चिनाब नदी भी दिखा रही रौद्र रूप #HimachalWeather #Kullu | #ZeeNews@akhileshanandd @NeerajGaur_ @timechangelives pic.twitter.com/znZqCDJXoP
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टूरिस्ट्स की स्थिति: शिमला में पर्यटक मौजूद हैं, लेकिन भारी बारिश के कारण कई ने अपनी यात्रा स्थगित कर दी है. रिज मैदान जैसे प्रमुख स्थानों पर पर्यटकों की भीड़ कम है.
टूरिस्ट बाइट: अनीता वर्मा (पंजाब से) ने कहा, "शिमला में बारिश ने माहौल डरावना कर दिया है. हम रिज मैदान घूमने आए थे, लेकिन अब होटल में ही रुके हैं. प्रशासन से जल्दी स्थिति नियंत्रित करने की अपील है."
कुल मिलाकर स्थिति
हिमाचल प्रदेश: कुल्लू, कांगड़ा, शिमला, और मंडी जैसे जिलों में बादल फटने और अचानक बाढ़ से कम से कम 5 लोगों की मौत हो चुकी है, और कई लापता हैं. 170 से अधिक सड़कें बंद हैं, और राहत कार्य जारी हैं. मौसम विभाग ने 29 जून तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
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