Sukhvinder Singh Sukhu Resigns: लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा चुनाव की अग्निपरीक्षा में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग के बाद राज्य सरकार पर खतरा मंडराने लगा. इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस पार्टी के पर्यवेक्षकों को इस्तीफे की पेशकश की है, जबकि बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया है.
प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने निकाला रास्ता?
कांग्रेस के कई विधायकों के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से नाराज होने की खबर है. कई विधायक लगातार मुख्यमंत्री बदलने की मांग भी कर रहे हैं, जिसके बाद कांग्रेस डैमेज कंट्रोल में जुट गई है. कांग्रेस ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हिमाचल प्रदेश के लिए प्रभारी नियुक्त किया है. ताकि विधायकों से बातचीत कर मुद्दे को सुलझाया जा सके.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश में सरकार बचाने का रास्ता निकाल लिया है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य अब हिमाचल प्रदेश में अपनी सरकार बचाने पर है. प्रदेश में सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पद से हटाने का फैसला किया गया है. हालांकि, कांग्रेस पार्टी की तरफ से अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ भी बयान नहीं आया है.
विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा के 15 विधायकों को किया निलंबित
हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर सहित बीजेपी के 15 विधायकों को निलंबित कर दिया है. इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. भाजपा विधायकों को सदन में दुर्व्यवहार और नारेबाजी के आरोप में निलंबित किया गया. इसके बाद जयराम ठाकुर ने कहा कि हमें आशंका है कि विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया भाजपा विधायकों को निलंबित कर सकते हैं ताकि बजट विधानसभा में पारित किया जा सके.
विक्रमादित्य सिंह की मंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा
हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है. कांग्रेस विधायक की घोषणा से पार्टी में असंतोष खुलकर सामने आ गया है. कांग्रेस मंगलवार को राज्य की एकमात्र राज्यसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) से चुनाव हार गई थी. ऐसे में अपनी सरकार को गिरने से बचाने की खातिर कांग्रेस को अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए प्रत्यक्ष तौर पर काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. बता दें कि विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं और शिमला (ग्रामीण) से विधायक हैं.
राज्यसभा चुनाव में बीजेपी की रोमांचक जीत
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए हुए चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार की रोमांचक जीत हुई. जबकि, कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी चुनाव हार गए. दरअसल, हिमाचल प्रदेश में क्रॉस वोटिंग हुई. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के 40 विधायक हैं. 40 विधायकों में से कांग्रेस उम्मीदवार को 34 वोट ही मिले, क्योंकि कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की. इसके साथ ही 3 निर्दलिय विधायकों ने भी क्रॉस वोटिंग की. हिमाचल में बीजेपी के 25 विधायक हैं और क्रॉस वोटिंग के बाद दोनों ही पक्षों को 34-34 वोट मिले. दोनों पक्षों को 34-34 वोट मिलने के बाद आखिरी फैसला ड्रॉ के आधार पर हुआ, जिसमें हर्ष महाजान विजयी घोषित किए गए.
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