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जालसाजी कर भेजता था अमेरिका... ED ने लिया एक्शन, कई वीजा कंसल्टिंग फर्म पर की छापेमारी

ED Raids Visa Consultancy Firms: ईडी ने अमेरिका जाने वाले उम्मीदवारों को इमिग्रेशन सर्विस मुहैया करने में कथित धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉंड्रिंग मामले में बड़ा एक्शन लिया है. एजेंसी ने ये कार्रवाई अमेरिकी दूतावास के फॉरेन क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन ऑफिस की शिकायत के बाद की. केंद्रीय एजेंसी तलाशी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और 19 लाख रुपये नकद जब्त किए.

जालसाजी कर भेजता था अमेरिका... ED ने लिया एक्शन, कई वीजा कंसल्टिंग फर्म पर की छापेमारी
Md Amjad Shoab|Updated: Feb 26, 2025, 10:13 PM IST
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Illegal Migration To America: अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस की कुर्सी संभालते ही कड़ा रूख अपनाए हुए हैं. खासतौर पर अवैध प्रवासियों के खिलाफ उन्होंने कड़ी आव्रजन नीति अपनाई है. ट्रंप प्रशासन ने भारत समेत कई देशों के अवैध प्रवासियों पर सख्त कार्रवाई की है और हजारों प्रवासियों को वापस उनके देश भेज दिया है. वहीं, अब भारत ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अमेरिका जाने वाले उम्मीदवारों को इमिग्रेशन सर्विस मुहैया करने में कथित धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉंड्रिंग मामले में बड़ा एक्शन लिया है. केंद्रीय एजेंसी ने जांच के सिलसिले में पंजाब के लुधियाना और चंडीगढ़ में कई वीजा कंसल्टिंग फर्म के ठिकानों पर छापेमारी की.

ईडी अफसरों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अफसरों के मुताबिक, यह मामला दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास के फॉरेन क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन ऑफिस की शिकायत पर पंजाब और दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR से उपजा है. शिकायत में कहा गया है कि रेड लीफ इमिग्रेशन प्राइवेट लिमिटेड, ओवरसीज पार्टनर एजुकेशन कंसल्टेंट्स और कुछ अन्य कंपनियों ने 'धोखाधड़ी' संबंधी गतिविधियों की साजिश रची.

तलाशी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण बरामद
ईडी ने एक बयान में कहा कि मंगलवार को पंजाब के लुधियाना और चंडीगढ़ में रेड लीफ इमिग्रेशन प्राइवेट लिमिटेड, ओवरसीज पार्टनर एजुकेशन कंसल्टेंट्स, इंफोविज सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस और कुछ अन्य कंपनियों के पांच कमर्शियल और रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स पर छापेमारी की गई. बयान के मुताबिक, तलाशी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और 19 लाख रुपये नकद जब्त किए गए. इसमें कहा गया है कि आरोपी कंपनियों और उनका संचालन करने वाले लोगों ने अमेरिका में पढ़ाई या नौकरी के इच्छुक ऐसे कैंडिडेट्स के शैक्षिक सर्टिफिकेट/ एक्सपीरिसंय सर्टिफिकेट में 'जालसाजी' की थी, जिनके पास 'वीजा पाने के लिए वांछित योग्यता नहीं थी.'

डॉक्यूमेंट्स से छेड़छाड़ कर वीजा दिलाने में की मदद
बयान के मुताबिक, ईडी ने पाया कि आरोपियों ने वीजा आवेदन के लिए बैंक खाते में जरूरी 'न्यूनतम' राशि दिखाने के लिए वीजा आवेदकों के खातों में धनराशि ट्रान्सफर की और उन्होंने फैक्ट्स और अन्य डॉक्यूमेंट्स से 'छेड़छाड़' कर अमेरिका के लिए वीजा प्राप्त करने की योग्यता दिखाने में ऐसे लोगों की 'गलत तरीके से' मदद की. इसमें कहा गया है कि आरोपियों ने इस काम के लिए उम्मीदवारों से कमीशन लिया. 

जालसाजी के लिए वसूला भारी भरकम रकम
बयान के मुताबिक, आरोपी कंपनियों ने वीजा एप्लीकेंट्स से कमीशन के रूप में वसूली गई 'भारी-भरकम' रकम को अलगज-अलग बैंक खातों में ट्रान्सफर किया और इनका निवेश चल एवं अचल संपत्तियों की खरीद के लिए किया. अवैध प्रवासन और मानव तस्करी का मुद्दा हाल-फिलहाल में फिर सुर्खियों में आया, जब अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से घोषित नई नीति के तहत वाशिंगटन ने सैकड़ों अवैध भारतीय प्रवासियों को स्वदेश निर्वासित किया. ( भाषा इनपुट के साथ )

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