India UK Deal: भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच मंगलवार को एक बड़ा और ऐतिहासिक समझौता हुआ है. जिसकी जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी है. पीएम मोदी ने ऐलान करते हुए कहा कि एक ऐतिहासिक कदम के तौर पर भारत और ब्रिटेन ने एक महत्वाकांक्षी और दोनों के लिए फायदेमंद फ्री ट्रेड एग्रीमेंट और डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन को कामयाबी के साथ अंतिम रूप दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को यूके के पीएम कीर स्टारमर के साथ बातचीत के बाद यह जानकारी दी.
दोनों देशों के बीच होने वाला यह समझौता 3 साल की लंबी बातचीत के बाद पूरा हुआ है. इस समझौते को दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, रोजगार को बढ़ावा देने वाला बताया गया है. तीन वर्ष पहले यानी अक्टूबर 2022 में पीएम मोदी और तत्काल ब्रिटिश पीएम बोरि जॉनसन ने तय किया था, हालांकि शराब और कारों पर टैक्स जैसे मुद्दों के बीच आपसी सहमति ना बन पाने के साथ-साथ ब्रिटेन की सियासत में अस्थिरता की वजह से यह इस डील में देरी हुई.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया,'मुझे खुशी है कि मैंने अपने दोस्त प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से बातचीत की. एक ऐतिहासिक कदम के रूप में, भारत और ब्रिटेन ने एक महत्वाकांक्षी और दोनों के लिए फायदेमंद फ्री ट्रेड एग्रीमेंट और डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन को सफलतापूर्वक अंतिम रूप दिया है.' पीएम मोदी ने आगे बताया,'इस समझौते से दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी, साथ ही व्यापार, निवेश, नौकरियों और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा.'
Delighted to speak with my friend PM @Keir_Starmer. In a historic milestone, India and the UK have successfully concluded an ambitious and mutually beneficial Free Trade Agreement, along with a Double Contribution Convention. These landmark agreements will further deepen our…
— Narendra Modi (@narendramodi) May 6, 2025
बता दें कि भारत और ब्रिटेन के बीच होने वाले इस अहम समझौते के पीछे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की दो यात्राएं भी बहुत अहम हैं. वाणिज्य मंत्री गोयल ने हाल की ब्रिटेन की दो यात्राएं की थीं, जिनका अस डील में अहम किरदार बताया जा रहा है. अपने इन दौरों के दौरान पीयूष गोयल ने ब्रिटिश बिजनेस सेक्रेटरी जोनाथन रेनॉल्ड्स से मुलाकात कर अंतिम दौर की बातचीत पूरी की.
यहां यह बात भी जिक्र करने लायक है कि भारत ब्रिटेन का 11वां सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है. 2024 की चौथी तिमाही तक दोनों देशों के बीच 42.6 बिलियन पाउंड का था, जो पिछले साल की तुलना में 8.3 फीसद से ज्यादा है. इसमें भारत की ब्रिटेन को निर्यात की गई चीजें 25.5 बिलियन पाउंड (10.1% का इजाफा) और ब्रिटेन की भारत को निर्यात की गई चीजें 17.1 बिलियन पाउंड (5.8% का इजाफा) शामिल हैं.
समझौते को लेकर ब्रिटिश पीएम कीर ने कहा,'दुनिया भर के देशों के साथ व्यापार संबंध मजबूत करना और व्यापार में रुकावटें हटाना उनकी सरकार की योजना का हिस्सा है ताकि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था और अधिक मजबूत और सुरक्षित हो सके.'