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एयरफोर्स का 'आक्रमण', आसमान में गरजे राफेल-सुखोई; देखकर कांप जाएंगी मुनीर-शहबाज की टांगें

Indian Air Force: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत अटैकिंग मोड में आ गया है. इसके तहत वायुसेना के विमान  राफेल और सुखोई-30 अभ्यास करने लगे हैं. वायुसेना ने संकेत दे दिया है कि भारत कड़ा जवाब देने जा रहा है.   

एयरफोर्स का 'आक्रमण', आसमान में गरजे राफेल-सुखोई; देखकर कांप जाएंगी मुनीर-शहबाज की टांगें
Abhinaw Tripathi |Updated: Apr 24, 2025, 10:52 PM IST
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Pahalgam Terrorist Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत अटैकिंग मोड में आ गया है. पीएम मोदी ने कहा है कि मिट्टी में मिला देंगे, लगातार ताबड़तोड़ बैठकें हो रही है. दुश्मनों का नाम मिटाने का प्लान बनाया जा रहा है. इसी बीच आसमान में भारत के लड़ाकू विमान गरजने लगे हैं. भारतीय वायुसेना मध्य क्षेत्र में एक बड़े क्षेत्र में हमले के लिए अभ्यास कर रही हैं. राफेल और सुखोई-30 विमान अपनी ताकत दिखाने के लिए बेताब नजर आ रहे हैं.

भारतीय वायु सेना राफेल विमान के दो स्क्वाड्रन संचालित करती है जो पश्चिम बंगाल के अंबाला और हाशिमारा में स्थित हैं. रक्षा सूत्रों ने बताया कि अत्याधुनिक तकनीक वाले लड़ाकू विमान जमीनी हमले और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध अभ्यास से जुड़े जटिल मिशनों को अंजाम दे रहे हैं. बता दें कि भारतीय वायु सेना उल्का हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और रैम्पेज और रॉक्स जैसी लंबी दूरी की उच्च गति वाली कम ड्रैग मिसाइलों को शामिल करके विरोधियों को कड़ा सबक सिखाने जा रही है. 

 

रिपोर्ट के मुताबिक हमले के बाद से ही यह अभ्यास जारी है. इस अभ्यास पर वायुसेना मुख्यालय की कड़ी निगरानी है. बता दें कि भारतीय वायुसेना के टॉप गन पायलट उच्च योग्यता प्राप्त प्रशिक्षकों की निगरानी में इस अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं. फरवरी 2019 में पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान में घुसकर हमला करने के लिए भारतीय वायुसेना का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया था. भारतीय वायुसेना ने 2019 में मिराज 2000 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था.

इसके अलावा बता दें कि आज भारतीय नौसेना ने स्वदेशी निर्देशित विध्वंसक मिसाइल का INS सूरत से सफल परीक्षण किया. इस मिसाइल ने समुद्र में लक्ष्य को सफलतापूर्वक निशाना बनाया है. यह नौसेना की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में मील का पत्थर साबित होगा. इससे कुछ दिन पहले ही डीआरडीओ और भारतीय नौसेना ने स्वदेशी रूप से विकसित वर्टिकल-लॉन्च्ड शॉर्ट-रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (वीएलएसआरएसएएम) का सफल परीक्षण किया था. (एएनआई)

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