Asaduddin Owaisi fiery furious comment : पहलगाम आतंकी हमले के बार भारत के ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना के साहस की कोटि-कोटि तारीफ करने वाले AIMIM चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी पाकिस्तान को दीन और दुनिया दोनों तरह की नसीहत देते हुए उसे फटकार लगा रहे हैं. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की भारतीय शहरों पर रॉकेट और ड्रोन्स से हमले की हिमाकत के बाद मानो वो अकेले पाकिस्तान से भिड़ गए हैं, और इस बार उसे सबक सिखाने के लिए आर-पार के मूड में हैं. अपने हालिया बयान में ओवैसी ने पाकिस्तान को ऐसी फटकार लगाई है कि वो चुल्लूभर पानी में डूब मरेगा,
छीन लेने चाहिए... ओवैसी
एक के बाद एक ट्वीट और वीडियो पोस्ट करके ओवैसी पाकिस्तान की मिट्टी पलीद करते हुए उसे मटियामेट करने यानी पाकिस्तान का वजूद मिट जाने की चेतावनी देते हुए समझा रहे हैं. ओवैसी का अंदाज बेहद आक्रामक बना हुआ है. ओवैसी का गुस्सा देखकर उन्हें सियासी विरोधी और वो लोग भी सलाम कर रहे हैं जो ओवैसी को कभी महज अपनी कौम का नेता बताते थे.
ओवैसी ने कहा की पाकिस्तान एक आतंक उत्पादक देश है. ऐसे देश के हाथ में परमाणु हथियार होना दुनिया और मानव जाति के लिए ठीक नहीं है. उससे परमाणु हथियार छीन लेना चाहिए या दुनिया भर को मिलकर उसके परमाणु हथियार को निष्क्रिय कर देना चाहिए.
#WATCH | Hyderabad, Telangana | On IMF's bailout package for Pakistan, AIMIM chief Asaduddin Owaisi says, "...'ye official bheekmange hai'. They took a loan from the IMF of $1 billion. IMF is not the International Monetary Fund; they are giving the International Militant Fund to… pic.twitter.com/feSMRWkOsX
— ANI (@ANI) May 10, 2025
भिखारी को इंटरनेशनल फंडिग क्यों?
ओवैसी ने कहा एक मुल्क जो दुनियाभर में पैसे की खैरात मांगता है और उस पैसे को भी जायज और नेक कामों में खर्च करने के बजाए आतंकवादियों को पालने पोसने में खर्च करता है. ऐसे मुल्क को आईएमएफ द्वारा एक अरब डॉलर का फंड दिया जाना समझ से परे है. ब्रिटेन, जर्मनी और यूरोप के तमाम देशों ने उसे जो पैकेज दिया है उसका इस्तेमाल वो कोई पोलिया उन्मूलन या अपने लोगों की भलाई के लिए नहीं बल्कि आतंकवादियों को पालने पोसने में करेगा.
ओवैसी ने आज पश्चिमी देशों को ही नहीं उनकी मीडिया को भी लपेटा. ओवैसी ने कहा, 'पश्चिमी देशों का दोगलापन समझ से परे हैं. धर्म पूछकर जान से मारने वालों ने मानवता की हत्या की है. बेगुनाहों को मारना पाप है. पहलगाम के हत्यारों को गनमैन कहना गलत है. आखिर पश्चिमी मीडिया आतंकवाद पर डबल स्टैंडर्ड क्यों अपनाता है.'
दरअसल यही पश्चिमी देश फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी, अमेरिका और अन्य जब इनके यहां आतंकवादी हमला होता है तो ये सारे के सारे देश फौरन उसे 'एक्ट ऑफ वार' बताते हैं. इजरायल ने भी हमास के आतंकवादी हमले के बाद कहा था- वी आर एट वार. लेकिन भारत पर जब भी कभी पाकिस्तान, आतंकवादी हमला कराता है तो वेस्टर्न मीडिया इसे गनमैन और अटैकर जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं.
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