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महाकुंभ के लिए प्रयागराज में जूना अखाड़ा का भव्य नगर प्रवेश, साधु-संतों के साथ किन्नर भी हुए शामिल

Prayagraj Kumbh: जूना अखाड़ा के साथ ही किन्नर अखाड़ा के साधु संत भी नगर प्रवेश में सम्मिलित हुए जिनमें किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण, महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि और अन्य साधु संत शामिल हुए.

महाकुंभ के लिए प्रयागराज में जूना अखाड़ा का भव्य नगर प्रवेश, साधु-संतों के साथ किन्नर भी हुए शामिल
Gaurav Pandey|Updated: Nov 03, 2024, 10:49 PM IST
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Juna Akhara News: प्रयागराज में तेरह प्रमुख अखाड़ों में से सबसे बड़े श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के साधु-संतों ने गाजे-बाजे के साथ भव्य नगर प्रवेश किया. यह यात्रा झूंसी के रामापुर से शुरू होकर यमुना नदी किनारे स्थित श्री मौज गिरि आश्रम पर समाप्त हुई. जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति, श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ने बताया कि इस नगर प्रवेश में विभिन्न राज्यों से आए लगभग एक हजार साधु-संत शामिल हैं, जो दत्तात्रेय जयंती तक मौज गिरि आश्रम में ठहरेंगे.

किन्नर अखाड़ा के साधु-संत भी

नगर प्रवेश में जूना अखाड़ा के साथ किन्नर अखाड़ा के साधु-संत भी शामिल हुए. इनमें किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण, महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि और अन्य संत भी थे. साधु-संत घोड़ों और रथों पर सवार होकर नगर भ्रमण में निकले, और शहर के चौराहों पर पुलिस अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने उन्हें माला पहनाकर स्वागत किया.

माला पहनाकर स्वागत

कीडगंज में नगर के महापौर गणेश केसरवानी ने बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ साधु संतों का माला पहनाकर स्वागत किया. जूना अखाड़ा के संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा आज यमुना के तट पर साधु संत पूजा पाठ करेंगे और दत्तात्रेय जयंती तक मौज गिरि आश्रम में प्रवास करेंगे.

पुलिस बल तैनात किया गया

उन्होंने बताया कि शरद पूर्णिमा के दिन जूना अखाड़ा के साधु संत रामापुर में आए थे और उस दिन गंगा स्नान किया. अब नगर प्रवेश के पूरे कार्तिक माह साथ साधु संत यमुना में स्नान करेंगे और कालिंदी उत्सव मनाएंगे. कुम्भ मेला क्षेत्र में भूमि आबंटित होने के बाद सरकार की अनुमति से हम कुम्भ मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.

जूना अखाड़ा के नगर प्रवेश के दौरान किसी तरह के विघ्न से बचने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था. संगम नगरी में महाकुम्भ मेला मकर संक्रांति (14 जनवरी 2025) से शुरू होकर महाशिवरात्रि तक चलेगा जिसमें 40 करोड़ से अधिक लोगों के शामिल होने का अनुमान है.

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