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Kerala News: कुत्‍ते ने काटा, रेबीज का इंजेक्‍शन भी नहीं बचा पाया; इस तरह की तीसरी मौत

Kerala News: केरल के कोल्लमन जिले में एक 7 साल की बच्ची को कुत्ते ने काट लिया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. हैरानी की बात ये है कि बच्ची को रेबीज का टीका लगा था.   

Kerala News: कुत्‍ते ने काटा, रेबीज का इंजेक्‍शन भी नहीं बचा पाया; इस तरह की तीसरी मौत
Shruti Kaul |Updated: May 06, 2025, 10:31 AM IST
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Rabies Infection: केरल से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है. यहां के कोल्लम जिले में एक सात साल की बच्ची की कुत्ते के काटने के बाद रेबीज से मौत हो गई. हैरानी की बात ये है कि बच्ची को समय पर रेबीज का टीका लगा था. इसके बावजूद वह इससे पीड़ित हो गई. बता दें कि केरल में अबतक इस तरह का यह तीसरा मामला है. पिछले महीने भी 2 लोगों की रेबीज से मौत हो गई थी, जबकि उन्हें भी कुत्ते के काटने के बाद रेबीज का इंजेक्शन लगाया गया था. 

कुत्ते ने बच्ची को काटा 
जानकारी के अनुसार निया फैजल नाम की 7 साल की बच्ची को रेबीज होने पर कुछ दिन पहले SAT हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर रखा गया था. कुछ दिन बाद उसकी मौत हो गई. निया की माता ने बताया कि उनके घर के पास कूड़े का ढेर लगा रहता है, जिसके चलते वहां आवार कुत्ते आते रहते हैं. उन्होंने कई बार लोगों से वहां कूड़ा न फेंकने की अपील की, लेकिन कोई उनकी बात नहीं सुनता है. उन्होंने बताया कि आवारा कुत्तों ने कूड़े के ढेर में ही उनके सामने उनकी बेटी को काटा. माता ने कहा कि SAT अस्पताल में भी उन्होंने आवारा कुत्तों को घूमते हुए देखा है. ऐसे में इलाज के लिए आ रहे बच्चों को कैसे सुरक्षा मिलेगी?

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टीका लगाने के बावजूद हुई मौत 
बच्ची के शव को उसके पैतृक गांव में दफनाया गया है. मामले को लेकर SAT अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के मामलों में टीके को दोष नहीं दिया जा सकता है. कुत्ते के काटने की स्थिति और उसकी तीव्रता वैक्सीन एंटीबॉडी के असरदार होने से पहले वायरस के दिमाग को संक्रमित करने की संभावना होती है. उन्होंने कहा कि निया के मामले में भी ऐसा हो सकता है. एक सीनियर डॉक्टर ने बताया कि कुत्ते के काटने के बाद निया के शरीर पर काफी गहरे निशान थे खासतौर पर उन जगहों पर जहां तंत्रिका घनत्व ज्यादा था. ऐसे में नसों पर काटने में टीका प्रभावी होने से पहले ही वायरस दिमाग तक पहुंचता है, जिससे मौत हो सकती है.  

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कुत्ते ने कोहनी पर काटा 
बच्ची की फैमिली और डॉक्टरों ने बताया कि उसे रेबीज के टीके निर्धारित अंतराल पर दिए गए थे. इसके बावजूद वह वायरस के संक्रमण से बच नहीं पाई. निया की माता के अनुसार कुत्ते ने उसकी कोहनी पर काटा था, जिसके बाद उसके जख्मों को धोकर उसे सीधा अस्पताल ले जाया गया था. यहां उसे टीका लगाया गया. 

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