मौसम की ताजा खबर | हिंदी न्यूज 6 अगस्त 2025
मानसून अपने चरम पर है. देश के कई हिस्सों में मानसून राहत की बजाय आफत बनकर सामने आया है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भयंकर तबाही मची है. बादल फटने और अचानक आई बाढ़ ने कई गांवों को तहस-नहस कर दिया. अभी भी रेस्क्यू अभियान जारी है. कुछ ही घंटों में मार्केट-घर और होटल मलबे और बाढ़ के पानी में डूब गए. कई इमारतें मलबे से ढक गईं. हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भी बादल फटने से कई लोगों की मौत हो चुकी है. उत्तर प्रदेश में प्रयागराज, वाराणसी, और लखनऊ समेत 14 जिलों में बाढ़ ने हालात बिगाड़ दिए हैं जहां नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. बिहार में नेपाल से आने वाली नदियों जैसे कनकई और मेची के उफान पर होने से किशनगंज और आसपास के इलाकों में फसलें बर्बाद हो गई हैं. राजस्थान में जैसलमेर और बाड़मेर में भारी बारिश ने सड़कों को नदियों में बदल दिया. मौसम विभाग ने पश्चिमी राजस्थान के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. दिल्ली-एनसीआर में लगातार बारिश से जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या है. उधर त्रिपुरा और असम जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. हिमाचल और उत्तराखंड में भूस्खलन से सड़कें बंद हैं. और केदारनाथ हाईवे पर यातायात प्रभावित हुआ है. मौसम विभाग ने ताजा अपडेट में 6 अगस्त 2025 को कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
तीन लोगों से हुआ संपर्क
जलगांव (महाराष्ट्र): उत्तरकाशी में फंसे जलगांव जिले के लोगों पर जलगांव कलेक्टर आयुष प्रसाद ने कहा, "उत्तरकाशी में जलगांव जिले के 19 लोगों के होने की सूचना है जिनमें से 3 लोगों से संपर्क हो गया है। 16 लोगों से अभी संपर्क नहीं हुआ है। महाराष्ट्र सरकार और जिला प्रशासन ने… pic.twitter.com/x9DgYcqiNz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2025
सीएम धामी ने किया ट्वीट
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, "पौड़ी जिले के बुरांसी और बांकुड़ा गांव में अतिवृष्टि से नुकसान एवं कुछ लोगों के हताहत होने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से गांव तक पहुंचने के लिए तीन दिशाओं – चौंरीखाल, पाबौ और थलीसैंण से… pic.twitter.com/iBUllDubmY
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उत्तरकाशी भूस्खलन पर बोले सीएम धामी
उत्तरकाशी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली में बादल फटने और भूस्खलन की घटना पर कहा, "... इस हादसे में घायल हुए लोगों के बेहतर से बेहतर इलाज की व्यवस्था की जा रही है... हम सभी मिलकर इस आपदा से निकलेंगे... इस समय हम सभी को उन पीड़ितों के साथ खड़ा होना… pic.twitter.com/GEIsWrfuF5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2025
देशहित : धराली में केदार घाटी जैसी तबाही! @anuraagmuskaan @sdasila pic.twitter.com/WMqsWJnxdO
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युद्धस्तर पर जुटी राज्य की एजेंसियां
उत्तराखंड के आपदा प्रभावित धराली इलाके में राहत और बचाव अभियान में केंद्र के साथ राज्य की एजेंसियां भी युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मौसम की चुनौतियों के बावजूद, आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत और बचाव अभियान में किसी तरह की कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बुधवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर धराली क्षेत्र में हुई प्राकृतिक आपदा और इसके बाद चलाए जा रहे राहत व बचाव कार्यों की स्थिति की जानकारी ली.
सीएम धामी ने की बैठक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के आपदा नियंत्रण कक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक की और उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना के बाद स्थिति की निगरानी की। pic.twitter.com/UKZCIWT7HS
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बादल फटने से मची तबाही
उत्तराखंड: ड्रोन वीडियो धराली में बादल फटने और भूस्खलन के प्रभावित घटना स्थल से है, जहां घरों और अन्य इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है।
भारतीय सेना, ITBP, NDRF, SDRF और अन्य एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव कार्य जारी है। pic.twitter.com/E3ZFG2Dqmg
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मंडी में कुदरत के कहर पर बोले पूर्व सीएम
मंडी, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, "आपदा के कारण प्रभावित लोग अपनी बात कहने के लिए राजस्व मंत्री के समक्ष गए थे... उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान जो कार्य चल रहा है उसमें तेजी लाने की जरूरत है। आपदा… pic.twitter.com/cLn4Hyyfk4
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जारी रहेगा बारिश का दौर
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, अगले दो दिनों में इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. दिल्ली-एनसीआर में 5 से 7 अगस्त तक बारिश का अनुमान है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी. उत्तराखंड के कुछ जिलों, जैसे रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, और देहरादून, में भारी बारिश और आकाशीय बिजली का अलर्ट जारी है. हरियाणा और पंजाब में भी तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है, खासकर उत्तरी हिस्सों में. उत्तर प्रदेश में पूर्वी और पश्चिमी दोनों क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, जबकि कुछ स्थानों पर भारी बारिश और बाढ़ का खतरा भी है.
रेलवे ट्रैक से हटाया जा रहा मलबा
| Haridwar, Uttarakhand | Railway track near the Daat Kali Mandir blocked due to landslide. Efforts to clear the railway tracks are underway. pic.twitter.com/YsxNOIe7fE
— ANI (@ANI) August 6, 2025
कानपुर में भारी बारिश
कानपुर (उत्तर प्रदेश): कानपुर शहर में भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव देखने को मिला। वीडियो किदवई नगर इलाके से है। pic.twitter.com/5TrMoMoUdl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2025
उत्तराखंड से आया दिल दहलाने वाला वीडियो
| Uttarakhand: Drone visuals from ground zero, the site of Dharali cloudburst and mudslide, which has caused significant damage to houses and other buildings.
Search and rescue work by the Indian Army, ITBP, NDRF, SDRF and other agencies is underway. pic.twitter.com/FSPoaSWqZW
— ANI (@ANI) August 6, 2025
हटाया जा रहा रेलवे ट्रैक से मलबा
हरिद्वार (उत्तराखंड): डाट काली मंदिर के पास कल शाम हुए भूस्खलन के कारण रेलवे ट्रैक अवरुद्ध है, मलबा हटाने का काम जारी है। pic.twitter.com/NouSvClybU
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हेलीकॅाप्टर के जरिए की जा रही है सहायता
उत्तरकाशी से दो हेलीकॉप्टर के जरिए धराली में पहुंचाया जा रहा है राशन, तीन आईएएस अधिकारी पहुंच चुके हैं. उत्तरकाशी सड़क बनाने के लिए अलग से टीम कर रही है. इसके अलावा फूड सप्लाई की एक टीम कर रही है और रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए अलग से टीम काम कर रही है. ये काम दो हेलीकॉप्टर का किया गया है.
बचाए गए 413 तीर्थयात्री
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में कैलाश यात्रा रूट पर फंसे 413 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बचाया गया है. यह तीर्थयात्री भारी बारिश और बादल फटने से दो अस्थायी पुल बह जाने के बाद वहां फंसे थे. भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने एक संयुक्त अभियान में तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला. आईटीबीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर तस्वीरें साझा कीं, जिसमें तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालते हुए देखा गया. वीडियो में अधिकारी कठिन इलाकों में समन्वय के साथ ऑपरेशन को संचालित करते नजर आए. आईटीबीपी ने कहा कि वह स्थानीय जिला प्रशासन और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर हर संभव सहायता प्रदान कर रही है.
उत्तराखंड में फंसे महाराष्ट्र के नागरिक
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना के बाद महाराष्ट्र के 24 नागरिक उत्तराखंड में फंस गए हैं. उनकी सुरक्षा को लेकर एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले ने चिंता जाहिर की. साथ ही उन्होंने उत्तराखंड में फंसे नागरिकों के नाम के साथ मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों से उनसे संपर्क न होने के कारण परिवार के लोग काफी चिंतित हैं. एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "महाराष्ट्र के मंचर क्षेत्र के लगभग 24 नागरिक उत्तराखंड में हाल ही में हुए बादल फटने की घटना के कारण फंसे हुए हैं. पिछले 24 घंटों से उनसे संपर्क न होने के कारण उनके परिवार के लोग काफी चिंतित हैं.
उत्तराखंड में फंसे महाराष्ट्र के नागरिक
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना के बाद महाराष्ट्र के 24 नागरिक उत्तराखंड में फंस गए हैं. उनकी सुरक्षा को लेकर एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले ने चिंता जाहिर की. साथ ही उन्होंने उत्तराखंड में फंसे नागरिकों के नाम के साथ मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों से उनसे संपर्क न होने के कारण परिवार के लोग काफी चिंतित हैं. एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "महाराष्ट्र के मंचर क्षेत्र के लगभग 24 नागरिक उत्तराखंड में हाल ही में हुए बादल फटने की घटना के कारण फंसे हुए हैं. पिछले 24 घंटों से उनसे संपर्क न होने के कारण उनके परिवार के लोग काफी चिंतित हैं.
बचाए गए 70 से ज्यादा लोग
उत्तराखंड के धराली में भूस्खलन में फंसे 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है. सेना ने बुधवार को दी जानकारी में बताया कि आपदाग्रस्त इलाके में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए राहत व बचाव अभियान अभी भी चलाया जा रहा है. अब तक 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. वहीं सेना के प्रयासों से कई लोगों को पहले ही ऊंचाई वाले इलाकों में शिफ्ट कर दिया गया था. यहां सेना, एनडीआरएफ व स्थानीय प्रशासन के सहयोग से राहत और बचाव कार्य जारी है.
खतरे के निशान के करीब सुखना झील का जलस्तर
चंडीगढ़: सुखना झील का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है, 3 में से 1 गेट खोला गया है। आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। pic.twitter.com/3dwLzxYEqR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2025
ग्राउंड जीरो पर किया सीएम ने निरीक्षण
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। pic.twitter.com/tSpAIpG5nA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2025
धाराली आपदा वाले ग्राउंड जीरो पर पहुंचे CM धामी पहुंचे, स्थानीय लोगों से मिले
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धाराली में बादल फटने और भूस्खलन से प्रभावित इलाके के ग्राउंड ज़ीरो पर पहुंचे और धाराली बाज़ार, हरसिल व आसपास के क्षेत्रों में हुए व्यापक नुकसान का निरीक्षण किया. उन्होंने राहत और बचाव कार्य में जुटी भारतीय सेना, ITBP, NDRF, SDRF और अन्य एजेंसियों के प्रयासों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से मिलकर उनका हालचाल जाना और भरोसा दिलाया कि सरकार हर संभव मदद करेगी और पुनर्वास कार्य प्राथमिकता से किया जाएगा.
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami arrives at ground zero, the site of Dharali cloudburst and mudslide, which has caused significant damage to houses and other buildings; Search and rescue work by Indian Army, ITBP, NDRF, SDRF and other agencies is underway pic.twitter.com/y7uofEYiC3
— ANI (@ANI) August 6, 2025
धाराली-हरसिल आपदा: सीएम धामी ने किया हवाई सर्वे, नुकसान का लिया जायज़ा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के धाराली और हरसिल क्षेत्रों में बादल फटने और भूस्खलन से हुए नुकसान का हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने प्रभावित इलाकों की स्थिति का जायज़ा लेते हुए राहत एवं बचाव कार्यों को तेज़ करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रभावित लोगों की हर संभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है और जल्द ही पुनर्वास के ठोस कदम उठाए जाएंगे.
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami conducts aerial survey of the extent of damage caused due to cloudburst and mudslide in Dharali, Harsil pic.twitter.com/x2CaMM2Jve
— ANI (@ANI) August 6, 2025
उत्तरकाशी में ITBP का अभियान जारी.. 130 जवान मौके पर
उत्तरकाशी के धाराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना के बाद ITBP के प्रवक्ता कमलेश कमल ने बताया कि मौके पर ITBP की पांच टीमें तैनात हैं, जिनमें 130 जवान शामिल हैं, जबकि 100 से अधिक जवान और वहां पहुंच रहे हैं. अब तक कुल 413 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है, जिनमें से 57 को आज सुबह से अब तक निकाला गया. एक शव भी आज सुबह बरामद किया गया है. किन्नौर मार्ग पर एक लकड़ी का पुल बह गया था, जिससे 100 लोग फंस गए थे. राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए संचार उपकरण भी स्थापित कर दिए गए हैं और उम्मीद है कि सभी फंसे लोग आज शाम तक सुरक्षित निकाल लिए जाएंगे. ITBP का अभियान लगातार जारी है.
#WATCH | Delhi: Uttarkashi cloudburst incident | Kamlesh Kamal, ITBP Spokesperson says, "Five teams of ITBP consisting of 130 jawans are there in Dharali. More than 100 jawans are en route, and they will reach there soon... We have recovered a body this morning, and more than 100… pic.twitter.com/nvvJnkQEru
— ANI (@ANI) August 6, 2025
उत्तरकाशी: धाराली में फिर सेना ने 70 से ज्यादा लोगों को बचाया, राहत अभियान जारी
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धाराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना के बाद भारतीय सेना ने अब तक 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचा लिया है. राहत और बचाव के लिए गंगोत्री और धाराली में दो अतिरिक्त कॉलम भेजे गए हैं, जबकि हरसिल से धाराली तक सड़क मार्ग खोलने के लिए जेसीबी जैसी भारी मशीनें लगाई गई हैं. ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से फंसे लोगों को तलाशा जा रहा है. प्रभावितों को मेडिकल सहायता और भोजन भी मुहैया कराया जा रहा है. सेना का कहना है कि हर पीड़ित तक पहुंचने के लिए सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है और वह हरसंभव मदद के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
Uttarkashi's Dharali cloudburst incident | Indian Army says "Over 70 individuals have been rescued so far. Two additional rescue and relief columns have been mobilised to Gangotri and Dharali. Earth-moving equipment has been deployed to open road axis from Harshil to Dharali.… pic.twitter.com/qUUIe2yaEG
— ANI (@ANI) August 6, 2025
उत्तरकाशी आपदा: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने धाराली में पीड़ितों से की मुलाकात
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के धाराली में बादल फटने से प्रभावित लोगों से मुलाकात की. वे पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पहुंचकर पीड़ितों का हालचाल लिया और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. इस मौके पर उन्होंने राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा भी की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रभावित लोगों को तत्काल मदद और पुनर्वास सुविधा उपलब्ध कराई जाए.
#WATCH | Uttarkashi cloudburst incident | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami meets the disaster victims of Dharali at Uttarkashi PWD Guest House. pic.twitter.com/cFQ004V6Wm
— ANI (@ANI) August 6, 2025
किन्नर कैलाश यात्रा में बादल फटा, ITBP ने 413 श्रद्धालुओं को बचाया
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर बादल फटने से ट्रैकिंग रास्ता बह गया, जिससे सैकड़ों श्रद्धालु फंस गए. ITBP की 17वीं बटालियन ने रस्सियों की मदद से 413 श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला. ऑपरेशन में ITBP और NDRF की संयुक्त टीमें लगी हैं और बचाव अभियान अब भी जारी है. इस बीच मौसम विभाग ने राज्य में तेज बारिश की चेतावनी दी है. भारी बारिश के चलते शिमला में स्कूल बंद हैं. जून से अब तक प्रदेश में मानसून के कारण 194 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,85,252 लाख रूपये से अधिक का नुकसान हुआ है.
हिमाचल प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित
- बरसात के कारण बिलासपुर, बद्दी और नालागढ़ क्षेत्र (BBN) की नदियां उफान पर हैं. कई जगहों पर हालात बेकाबू हो चुके हैं.मानपुरा में पुल टूटा, यातायात बंद, मानपुरा ढेला मार्ग पर मानकपुरा में बना पुल तेज बहाव की वजह से टूट गया है. इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है. पुलिस जवान मौके पर तैनात हैं और लोगों को वैकल्पिक मार्ग से गुजरने की सलाह दी जा रही है.
उत्तरकाशी आपदा पर क्या बोले सीएम धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "...अभी जो आपदा कल यहां आई है उसमें हमारी सभी एजेंसियां काम कर रही हैं और सेना के लोग भी काम कर रहे हैं. बचाव अभियान में ITBP, SDRF, NDRF और स्थानीय लोगों सहित सभी लोग बचाव कार्य में लगे हैं. कल 130 लोगों को बचाया गया. तलाशी और बचाव अभियान जारी है. सड़कें और कुछ पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण घटनास्थल तक पहुंचना मुश्किल हो गया है. देहरादून स्थित आपदा संचालन केंद्र हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है. हम सभी को सुरक्षित निकालने के लिए प्रयासरत हैं. मैं हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं. प्रधानमंत्री मोदी ने आज भी बचाव अभियान का विवरण लिया.
धराली आपदा की असली वजह का खुलासा: 6700 मीटर ऊंचाई से टूटा ग्लेशियर डिपोजिट, मलबे ने मचाई तबाही
- उत्तरकाशी के धराली में हाल ही में आई भीषण आपदा की असल वजह सामने आ गई है. वरिष्ठ जियोलॉजिस्ट इमरान खान द्वारा साझा की गई सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि धराली से करीब 7 किमी ऊपर, 6700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक विशाल ग्लेशियर डिपोजिट का हिस्सा टूटकर तेजी से नीचे गिरा. करीब 300 मीटर मोटे और 1.12 वर्ग किमी में फैले इस मलबे ने नीचे की घाटी में भारी तबाही मचाई.
हरिद्वार के अहमदपुर में घुसा बाढ़ का पानी, फैक्ट्री में फंसे 150 से ज्यादा लोग, रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन
- हरिद्वार के बहादराबाद थाना क्षेत्र स्थित ग्राम अहमदपुर में देर रात बाढ़ का पानी घुसने से अफरा-तफरी मच गई. उत्तम डिस्टिलरी फैक्ट्री में पानी भरने से 150 से अधिक लोग अंदर फंसे रह गए. 112 कंट्रोल रूम से सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और जल पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. रातभर चले अभियान में सभी को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की गई. हालात पर नजर बनाए हुए प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है.
चमोली में मूसलाधार बारिश से हाहाकार, कर्णप्रयाग और बद्रीनाथ हाईवे बंद
- चमोली जिले के कर्णप्रयाग, थराली और गैरसैंण समेत ऊंचाई वाले इलाकों में बीती शाम से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. कई जगह सड़कों के टूटने और ग्रामीण इलाकों में पैदल रास्तों के अवरुद्ध होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कर्णप्रयाग में पिंडर और अलकनंदा नदियां उफान पर हैं, जिससे खतरा और बढ़ गया है. वहीं बद्रीनाथ हाईवे पर उमट्टा और कमेड़ा के पास पहाड़ी से भारी मलबा गिरने के कारण मार्ग बंद हो गया है. लगातार हो रही बारिश से मलबा हटाने के काम में भी बाधा आ रही है. प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और राहत कार्यों में जुटा है.
टिहरी में बारिश बनी आफत, प्लासडा में कार मलबे में दबी, कई सड़कें बंद
- उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. प्लासडा चौकी (नरेंद्रनगर) के पास एक कार मलबे में फंस गई है, जिसकी जानकारी टिहरी पुलिस ने दी है. जिले के नई टिहरी, जाखनीधार, प्रताप नगर और घनसाली क्षेत्रों में बारिश जारी है. बारिश के चलते ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे नरेंद्रनगर के पास बंद हो गया है, जबकि जिले की 6 ग्रामीण सड़कें भी आवाजाही के लिए बंद हैं. जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से लगातार हालात की निगरानी की जा रही है और नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है. प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.
UP: वाराणसी में गंगा का उफान, तटीय इलाकों में बाढ़ जैसे हालात
- वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे तटीय इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. लगातार बढ़ते जलस्तर ने निचले क्षेत्रों में दिक्कतें बढ़ा दी हैं. प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है.
मुरादाबाद में बारिश बनी मुसीबत, कई इलाकों में जलभराव
- मुरादाबाद में भारी बारिश के चलते शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. सड़कें पानी में डूबी नजर आ रही हैं जिससे आवागमन में बाधा आ रही है. प्रशासन द्वारा जल निकासी की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
मंडी-पंडोह हाईवे फिर बंद, 9 मील और कैंची मोड़ पर भारी मलबा गिरा
- हिमाचल प्रदेश के मंडी-पंडोह मार्ग पर एक बार फिर भूस्खलन ने परेशानी बढ़ा दी है. 9 मील और कैंची मोड़ के पास रात 8 बजे से भारी मलबा और पत्थर गिरने के कारण नेशनल हाईवे पूरी तरह बंद हो गया है. इससे यातायात पूरी तरह बाधित है और वाहन रास्ते में फंसे हुए हैं. उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने जानकारी दी कि प्रशासन मार्ग बहाल करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. मौके पर मशीनें तैनात कर मलबा हटाने का काम जारी है.
हरिद्वार में गंगा का जलस्तर बढ़ा, बारिश और अलर्ट ने बढ़ाई चिंता
- उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश का असर हरिद्वार में गंगा नदी के जलस्तर पर भी साफ दिख रहा है. सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता विकास त्यागी ने बताया कि राज्य के 11 जिलों में हो रही भारी बारिश के चलते गंगा का जलस्तर बढ़ा है. मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है और प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है. स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
UP: अयोध्या में सरयू उफान पर, खतरे के निशान के पार बह रही नदी
- अयोध्या में भारी बारिश के कारण सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. केंद्रीय जल आयोग के कार्यालय सहायक प्रभारी अमन राय सिंह ने बताया कि सरयू नदी फिलहाल खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण हालात और बिगड़ सकते हैं. प्रशासन की ओर से नदी की निगरानी बढ़ा दी गई है और तटीय इलाकों में सतर्कता बरती जा रही है.
चमोली में बारिश का कहर, बद्रीनाथ हाईवे और बॉर्डर रोड बंद, कार चालक ने जोखिम में भरी उड़ान
- चमोली जिले में लगातार बारिश के चलते बद्रीनाथ हाईवे कई जगहों पर भूस्खलन की चपेट में आ गया है. भेरण पानी, पातल गंगा, कंचन नाला और हनुमान चट्टी जैसे स्थानों पर मलबा आने से हाईवे बाधित हो गया है. साथ ही, ज्योतिर्मठ-नीती बॉर्डर रोड भी तपोवन के पास सलधार क्षेत्र में 50 मीटर से ज्यादा धंस गई है, जिससे आवागमन पूरी तरह रुका हुआ है. रैनी में भी सड़क का लंबा हिस्सा धंस चुका है. इसी बीच, एक चालक ने क्षतिग्रस्त मार्ग पर जोखिम उठाते हुए कार को हवा में उड़ा कर पार करने की कोशिश की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. प्रशासन राहत और मरम्मत कार्य में जुटा है.
Uttarkashi Cloudburst: उत्तरकाशी की क्या है ताजा स्थिति
- अभी भी उत्तरकाशी में तबाही की हलचल है. धराली गांव में खीर गंगा नदी के पास बादल फटने से आई भीषण बाढ़ और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई. कई लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग लापता हैं. भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, और आईटीबीपी की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं. अब तक सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. सेना के 8-10 जवान और एक जेसीओ जो हर्षिल के निचले इलाके में कैंप में थे. वे भी लापता बताए जा रहे हैं हालांकि अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. खराब मौसम और लगातार बारिश के कारण गंगोत्री राजमार्ग पर कई जगहों पर रास्ते बंद हैं. जिससे बचाव कार्यों में बाधा आ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर केंद्र से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.
Shimla Weather: शिमला का मौसम कैसा है?
शिमला में 6 अगस्त 2025 को मौसम भारी बारिश और घने बादलों के साथ अस्थिर बना हुआ है. IMD के मुताबिक शिमला सहित हिमाचल के अन्य हिस्सों में 4 से 8 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना है. तापमान 15°C से 23°C के बीच रहने की संभावना है. हल्की हवाओं के साथ 60-90% बारिश की संभावना है. IMD ने मंडी और ऊना के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि 7 अगस्त को सिरमौर जिले के लिए भारी बारिश का अलर्ट है. उत्तरकाशी को देखते हुए स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को भूस्खलन और बाढ़ के खतरे के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
हिमाचल: शिमला रिज के नीचे 140 साल पुराने टैंक की सुरक्षा पर हाईकोर्ट सख्त, सरकार से चार हफ्ते में मांगा जवाब
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान के नीचे स्थित 140 साल पुराने भूमिगत जल टैंक की संरचनात्मक सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार और नगर निगम से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है. शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि कोर्ट ने जवाब देने के लिए चार हफ्ते का समय दिया है. उन्होंने कहा कि यदि टैंक में कोई भी संरचनात्मक खतरा पाया गया, तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी.
मेयर ने बताया कि रिज के नीचे खासकर तिब्बतन मार्केट रोड और चिनार के पेड़ के पास के 'सिंकिंग ज़ोन' को स्थिर किया जा रहा है और वहां एक पार्क भी बनाया जा रहा है ताकि क्षेत्र की मजबूती सुनिश्चित की जा सके. पिछले 15 वर्षों में रिज पर एक फुट से अधिक परत नहीं डाली गई है और पुराने ढांचे जैसे डलहौजी ब्रिज की टायरिंग भी वजन कम करने के लिए हटा दी गई है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेशों का नगर निगम पूर्ण पालन करेगा.
#WATCH | Shimla: Himachal Pradesh High Court has issued notices and sought a status report from the State Government and the Municipal Corporation of Shimla on the structural safety of the 140-year-old underground water tank situated beneath the historic Ridge.
Shimla Mayor… pic.twitter.com/fKn9iyxYRC
— ANI (@ANI) August 6, 2025
UK: कुमाऊं में भी बारिश बनी आफत, नदी-नाले उफान पर, रेड अलर्ट जारी
- कुमाऊं में लगातार हो रही बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं. नदी-नाले उफान पर हैं और कई सड़कें भूस्खलन की चपेट में आ चुकी हैं. आगामी 24 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. कलसिया नाला, रकसिया नाला और देवखड़ी नदी क्षेत्रों में राजस्व टीमें निगरानी कर रही हैं. आपदा प्रबंधन और नगर निगम की टीमें नदी किनारे रह रहे लोगों को चेतावनी देकर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रही हैं.
UP: प्रयागराज में गंगा का कहर, गांवों में नाव ही बना सहारा
- प्रयागराज के बदरा सोनौटी इलाके में गंगा की बाढ़ से संपर्क मार्ग पूरी तरह जलमग्न हो गया है. सड़क पर पानी भर जाने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण अब एक स्थान से दूसरे स्थान तक नाव के सहारे पहुंचने को मजबूर हैं. साथ ही इलाके में की जाने वाली धान की खेती भी बाढ़ की चपेट में आकर बुरी तरह प्रभावित हुई है.
Rain News: बारिश से चंडीगढ़-शिमला हाईवे बंद, चक्की मोड़ पर भूस्खलन से फंसी राहें
- लगातार बारिश के चलते चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे पर चक्की मोड़ के पास भारी भूस्खलन हुआ है, जिससे सड़क पूरी तरह बंद हो गई है. हाईवे बाधित होने से यातायात प्रभावित हो गया है और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन ने लोगों से संयम और सहयोग की अपील की है. गौरतलब है कि इससे पहले भी चक्की मोड़ पर भूस्खलन के कारण सड़क बाधित होती रही है.
उत्तरकाशी-भटवारी मार्ग धंसा, ITBP और एम्बुलेंस की गाड़ियां फंसी, रेस्क्यू जारी
- उत्तरकाशी से भटवारी को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग भूस्खलन के कारण धंस गया है, जिसे दोबारा खोलने की कोशिश जारी है. कई ITBP और एम्बुलेंस की गाड़ियां अब भी रास्ते में फंसी हुई हैं, जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. इसी बीच टिहरी-ऋषिकेश-चंबा हाईवे भी प्लासड़ा के पास मलबा आने से बंद हो गया है. प्रशासन द्वारा मशीनों की मदद से मलबा हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है.
उत्तरकाशी में तबाही का मंजर, प्रत्यक्षदर्शी बोला- ऐसा कहर पहले कभी नहीं देखा
- उत्तरकाशी के धराली में आई जल प्रलय के भयावह मंजर को लेकर मुखवा गांव के एक प्रत्यक्षदर्शी ने आपबीती साझा करते हुए बताया कि इस आपदा ने ऐसा जख्म दिया है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने बताया कि कई होटल और घर बाढ़ में बह गए हैं, और कई लोगों का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है. धराली क्षेत्र में संचार सेवाएं ठप होने से लोगों से संपर्क करना भी मुश्किल हो गया है.
उत्तरकाशी आपदा: राहत एवं बचाव कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपए जारी, पुलिस बल की विशेष
देहरादून: उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा को देखते हुए राहत और बचाव कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए राज्य सरकार ने 20 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है. इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय की ओर से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और विशेष पुलिस बलों की तत्काल तैनाती की गई है. प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को उत्तरकाशी भेजा गया है.
IMD: मौसम विभाग का ने क्या अपडेट दिया
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग IMD ने 6 अगस्त 2025 को भी कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश और गरज-चमक की संभावना है, जबकि राजस्थान में मूसलाधार बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और निचले इलाकों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है.
Uttarkashi News: उत्तरकाशी जिले में भयंकर तबाही, रेस्क्यू अभियान जारी
- उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में तबाही मची हुई है. बादल फटने और अचानक आई बाढ़ ने कई गांवों को तहस-नहस कर दिया। अभी भी रेस्क्यू अभियान जारी है. कुछ ही घंटों में मार्केट, घर और होटल मलबे और बाढ़ के पानी में डूब गए. कई इमारतें मलबे से ढक गईं। अभी तक मौतों और लापता लोगों की संख्या का सटीक आंकलन नहीं हो पाया है, लेकिन राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। बारिश और भूस्खलन के खतरे के कारण आपदा प्रबंधन टीमें हाई अलर्ट पर हैं।
आफत बन गया मानसून, कई राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज, वाराणसी, और लखनऊ समेत 14 जिलों में बाढ़ ने हालात बिगाड़ दिए हैं जहां नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. बिहार में नेपाल से आने वाली नदियों जैसे कनकई और मेची के उफान पर होने से किशनगंज और आसपास के इलाकों में फसलें बर्बाद हो गई हैं. राजस्थान में जैसलमेर और बाड़मेर में भारी बारिश ने सड़कों को नदियों में बदल दिया. मौसम विभाग ने पश्चिमी राजस्थान के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. दिल्ली-एनसीआर में लगातार बारिश से जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या है. उधर त्रिपुरा और असम जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. हिमाचल और उत्तराखंड में भूस्खलन से सड़कें बंद हैं. और केदारनाथ हाईवे पर यातायात प्रभावित हुआ है.
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