Pharma and Textile Hub in Bhopal: मध्य प्रदेश में जल्द ही रोजगार की लहर लाने वाली है. भोपाल में करीब 400 रुपए करोड़ का निवेश किया जाना है. जिससे लगभग 1500 से अधिक बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा. मध्य प्रदेशे में औद्योगिक विकास को गति देते हुए भोपाल के अचारपुरा इलाके में टेक्सटाइल और फार्मा हब बनाने की योजना है. एमपी सरकार की इस प्लान के तहत आने वाले साल में प्रदेश में रोजगार के नए अवसर खुलेंगे.
मध्य प्रदेश में रोजगार की बहार
भोपाल में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट को नई तस्वीर देते हुए टेक्सटाइल और फार्मा हब विकसित किया जा रहा है. एमपी सरकार के इस योजना के तहत कई बड़ी-बड़ी कंपनियां भोपाल में निवेश करने को तैयार है. भविष्य में यहां 800 करोड़ रुपये तक के निवेश की संभावना जताई गई है. जिससे हजारों रोजगार पैदा होंगे. फिलहाल सीएम यादव आज इस 406 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित होने वाली पांच औद्योगिक इकाइयों का भूमि-पूजन करेंगे.
युवाओं और बहनों के रोजगार के लिए हमारी सरकार संकल्पित है। आज भोपाल के औद्योगिक क्षेत्र अचारपुरा में पांच इकाइयों का भूमिपूजन होगा, ₹400 करोड़ के इस निवेश से 1500 युवाओं को रोजगार मिलेगा। pic.twitter.com/y5vaJ951Xf
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 24, 2025
इन कंपनियों के निवेश से पैदा होंगे इतने रोजगार
मिली जानकारी के अनुसार, इंडो एकॉर्ड अप्पैरल्स नाम की कंपनी यहां लगभग 125 करोड़ निवेश करेगी. जिससे 500 लोगों को नौकरी मिलने का अनुमान है. एसेड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी 106 करोड़ निवेश करेगी. जिससे 100 लोगों को नौकरी मिलेगी. सिनाई हेल्थकेयर नाम की कंपनी 100 करोड़ निवेश करेगी, जिससे 200 लोगों को रोजगार मिलेगा. समर्थ एग्रीटेक कंपनी 50 करोड़ निवेश करेगी और 200 लोगों को नौकरी देगी. वहीं गोकलदास एक्सपोर्ट्स नाम की कंपनी यहां 25 करोड़ निवेश करने को तैयार है, जिससे 500 लोगों के लिए नौकरी उत्पन्न होगी.
एक नजर डेवलप हो रहे इंडस्ट्रियल हब पर
भोपाल के अचारपुरा इलाके में इस इंडस्ट्रियल हब को 31.21 हेक्टेयर जमीन पर निर्माण किया जाएगा. इस औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने का उद्देशय यहां निवेश को बढ़ावा देना और स्थानीय स्तर पर रोजगार पैदा करना है. वहीं सरकार का कहना है कि अचारपुरा को धार जिले के पीथमपुर और रायसेन जिले के मंडीदीप के तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. यानी आने वाले समय में अचारपुरा में टेक्सटाइल, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर की कई यूनिट्स स्थापित की हुई दिखाई देंगी.
सोर्स: पत्रिका