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Bhopal News-सिक्स लेन हाईवे पर बिना इंतजाम लगा दिए पौधे, चारा समझकर मवेशी कर गए सफाचट

MP News-भोपाल के कोलार सिक्स रोड पर विभाग के द्वारा लगाए पौधों को सड़क पर बैठे मवेशी चारा समझकर चर गए. पिछले 20 दिनों में सड़क पर सैंकड़ों की संख्या में पौधे लगाए गए थे, लेकिन इनमें से करीब 75 प्रतिशत पौधों को मवेशी खा गए. इस सड़क पर 10 करोड़ रुपए खर्च कर 20 हजार पौधे लगाए जान हैं. 

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Bhopal News-सिक्स लेन हाईवे पर बिना इंतजाम लगा दिए पौधे, चारा समझकर मवेशी कर गए सफाचट
Harsh Katare|Updated: Jul 18, 2025, 05:33 PM IST
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Bhopal News-मध्यप्रदेश के भोपाल में मानसून की सीजन की शुरुआत के साथ नगर निगम ने शहर के कोलार सिक्स लेन रोड के सेंट्रल वर्ज में पौधारोपण शुरू कराया था. लेकिन इस पौधारोपण में नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां बिनी किसी सुरक्षा के सैकड़ों पौधे लगा दिए गए जिन्हें मवेशी चारा समझकर चर गए. इस प्रोजेक्ट में करीब 10 करोड़ रुपए खर्च कर 20 हजार पौधे लगाए जाने हैं. जिसमें मेंटेनेंस भी शामिल है.

पिछले 20 दिनों में कोलार तिराहे से लेकर नयापुरा तक सैकड़ों पौधे रोपे गए, लेकिन इनमें से करीब 75 प्रतिशत पौधों को मवेशी खा गए. 

निगम की लापरवाही आई सामने
इस प्रोजेक्ट में नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई. मानसून के साथ ही ठेकेदार ने सेंट्रल वर्ज पर पौधारोपण का काम शुरू कर दिया, लेकिन इस पर कोई ग्रिल या जाली नहीं लगाई गई. नतीजतन, मवेशियों ने पौधों को चारा समझकर खा लिया और अब वहां सिफ उनके ठूंठ दिखाई दे रहे हैं. साथ ही आम लोगभी सड़क पार करने के लिए सेंट्रल वर्ज का इस्तेमाल करते हैं. जिससे छोटे पौधे पेरों से कुचले जाते हैं. 

कुछ ही पौधे बचे
इस सिक्स लेन सड़क पर वोगनवेलिया, पीपल, चंपा, पाम ट्री जैसे पौधे लगाए गए हैं. जिन पौधों की ऊंचाई एक फीट से कम थी, उन्हें मवेशी खा गए. अब सिर्फ वहीं पौधे बच गए हैं जिनकी या ऊंचाई अधिक है या फिर स्थानीय लोगों ने ट्री गार्ड लगाकर उन्हें सुरक्षित किया है. कुछ पौधे ऐसे भी हैं जिन्हें मवेशी नहीं खाते लेकिन उन्हें सड़क पार करने वाले लोग या फिर मवेशियों ने कुचल दिया. 

25 प्रतिशत पौधे लगे
फिलहाल नगर निगम के पास यह आंकड़ा नहीं है कि कितने पौधे लगाए गए थे, लेकिन अनुमान लगाया गया है कि करीब प्रोजेक्ट के 25 प्रतिशत पौधे लगाए जा चुके थे. वहीं इस मामले में नगर निगम के एसई प्रमोद मालवीय का कहना है कि ठेकेदार को काम की शर्तों के तहत पहले ग्रिल या जाली लगाना जरूरी था. पौधे लगाने के साथ वर्ज को सुरक्षित करना भी उसकी जिम्मेदारी है. जब तक शर्तों के अनुसार काम पूरा नहीं होगा, तब तक भुगतान नहीं किया जाएगा. 

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