trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh12810239
Home >>भोपाल

MPPSC इंटरव्यू में नहीं मांगी जाएगी जाति और सरनेम की जानकारी, बदल गया पूरा फॉर्मेट

MP News-MPPSC इंटरव्यू में अब कैंडिडेट की जाति और सरनेम नहीं पूछा जाएगा. अब उम्मीदवार को एक पेज का ही फॉर्मेट भरना होगा, बीते दिनों भेदभाव के आरोपों के बाद यह फैसला लिया गया है.   

Advertisement
MPPSC इंटरव्यू में नहीं मांगी जाएगी जाति और सरनेम की जानकारी, बदल गया पूरा फॉर्मेट
Harsh Katare|Updated: Jun 21, 2025, 11:47 AM IST
Share

PSC Interview Rule Change-मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग ने इंटरव्यू के दौरान ली जाने वाली जानकारी को सरल और छोटा कर दिया है. अब इंटरव्यू में कैंडिडेट की जाति और सरनेम की जानकारी नहीं मांगी जाएगी. पहले 5 पेज का फॉर्मेंट था, जिसमें से 4 पेज कम हो गए है. अब उम्मीदवार को एक पेज ही फॉर्मेट भरना होगा. इस फॉर्मेट में अब से कैंडिडेट को जाति और सरनेम की जानकारी साझा नहीं करनी होगी. 

पिछले दिनों उम्मीदवार लगातार भेदभाव का आरोप लगा रहे थे. उनका दावा था कि पीएससी बोर्ड में इंटरव्यू के अंक सरनेम, कैटेगरी के आधार पर तय किए जाते हैं. इन सब आरोपों के बीच पारदर्शिता लाने के लिए यह फैसला लिया गया है. 

सरल और छोटा फॉर्मेट
इस नए फॉर्मेंट को काफी सरल और छोटा बनाया है और छोटा बनाया गया है और इसमें उम्मीदवारों की कैटेगरी, सरनेम की जानकारी की जरूरत नहीं है. आयोग का कहना है कि पूरी पारदर्शिता के साथ आयोग काम करता है. उम्मीदवारों की ओर से जो भी बातें संज्ञान में लाई जाती है और सुझाव आते हैं. उन पर आयोग विचार कर बदलाव करता है. 

मिडिल और सरनेम हटाया
जानकारी के अनुसार, हर उम्मीदवार का एक कोड होगा जो फॉर्म पर आयोग लिखेगा. उम्मीदवार का नाम बिना मिडिल और सरनेम के होगा. निवास स्थान और केवल शहर का नाम होगा. शैक्षणिक योग्यता होगी, एक्स्ट्रा करिकुलर, एनसीसी, एनएसएस की जानकारी देना होगी. साथ ही विशेष योग्यता, कार्यानुभव, उपलब्धि के बारे में बताना होगा. 

7 जुलाई से शुरू होंगे इंटरव्यू
पीएससी से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य सेवा परीक्षा 2023 के 7 जुलाई के इंटरव्यू होना है. इसके पहले अब आयोग ने इंटरव्यू बोर्ड पर उठने वाले सवालों को दूर करने के लिए फॉर्म के फॉर्मेट में बदलाव कर दिया है. उम्मीदवारों द्वारा इसमें लगातार आरोप लगाए जा रहे थे कि पीएससी के बोर्ड द्वारा उम्मीदवारों के साथ भेदभाव किया जाता है और सरनेम, कैटेगरी जैसी बातों से भी अंक तय किए जाते हैं. इतना ही नहीं आरोप ये भी थे कि नेता, अधिकारी का बेटा है तो उसे भी अधिक अंक मिल जाते हैं.

यह भी पढ़े-इंदौर में फिर बढ़ा कोरोना का खतरा, एक दिन में मिले 5 नए मरीज, मचा हड़कंप

मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें MP News और पाएं MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी । मध्य प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Read More
{}{}