trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh12016964
Home >>भोपाल

MP विधानसभा में दोहराया गया इतिहास, उमंग सिंघार और हेमंत कटारे इस वजह से बन गए खास

Leader of Opposition Umang Singhar: उमंग सिंघार के नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे के उपनेता प्रतिपक्ष बनते ही मध्य प्रदेश विधानसभा में इतिहास दोहराया गया है. जो बेहद दिलचस्प है. 

Advertisement
एमपी विधानसभा में दोहराया गया इतिहास
एमपी विधानसभा में दोहराया गया इतिहास
Arpit Pandey|Updated: Dec 18, 2023, 06:05 PM IST
Share

Hemant Katare Deputy Leader of Opposition: कहते हैं इतिहास अपने आप को दोहराता है, चाहे वह फिर किसी भी फील्ड में हो. मध्य प्रदेश की राजनीति में भी कुछ ऐसा ही हुआ है. 16वीं विधानसभा में कांग्रेस ने उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष तो हेमंत कटारे को उपनेता प्रतिपक्ष बनाया है, खास बात यह है कि इन दोनों के परिजन भी सदन में यह जिम्मेदारियां निभा चुके हैं. इसलिए इतिहास अपने दोहराया गया है. 

दोनों के परिजन रह चुके हैं नेता प्रतिपक्ष 

दरअसल, मध्य प्रदेश के नए नेता प्रतिपक्ष बने उमंग सिंघार और उपनेता प्रतिपक्ष बने हेमंत कटारे के परिजन भी सदन में यही जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. उमंग सिंघार की बुआ जमुना देवी दो बार मध्य प्रदेश की नेता प्रतिपक्ष रह चुकी हैं, जबकि हेमंत कटारे के पिता सत्यदेव कटारे भी 14वीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. ऐसे में अब दोनों एक साथ सदन में विपक्ष की तरफ से मुख्य कुर्सियों पर बैठेंगे. 

उमंग सिंघार को राजनीति में लाई जमुना देवी 

बता दें कि स्वर्गीय जमुना देवी मध्य प्रदेश में कांग्रेस की बड़ी नेता मानी जाती थी. वह प्रदेश की उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष रह चुकी है. खास बात यह है कि वह ही उमंग सिंघार को राजनीति में लेकर आई थी. उमंग सिंघार राजनीति में जमुना देवी की विरासत को ही संभाल रहे हैं. 2008 से वह लगातार विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं. 2023 में वह चौथी बार विधायक चुने गए हैं. 

ये भी पढ़ेंः चुनाव हारने के बाद कांग्रेस ने जीतू पटवारी को यूं ही नहीं बनाया PCC चीफ, ये है वजह

सत्यदेव के निधन के बाद राजनीति में आए हेमंत 

हेमंत कटारे अपने पिता सत्यदेव कटारे के निधन के बाद राजनीति में आए थे. सत्यदेव कटारे भी कांग्रेस के सीनियर नेता थे. वह दिग्विजय सिंह सरकार में मंत्री रहे थे. जबकि 2013 में उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था. लेकिन पद पर रहते हुए ही उनका निधन हो गया था. जिसके चलते अटेर सीट पर उपचुनाव हुआ था और हेमंत पहली बार अपने पिता की सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. हेमंत दूसरी बार विधानसभा पहुंचे हैं, जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. 

सिंघार की कार चलाकर पहुंचे कटारे 

खास बात यह है कि 16वीं विधानसभा के सत्र के लिए दोनों नेता एक साथ विधानसभा पहुंचे. इस दौरान उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के साथ दूसरे विधायकों को बैठाकर खुद कार चलाते हुए विधानसभा गए. उन्होंने कहा कि चुनौती नई है, जिसके मिलकर पूरा करेंगे. वहीं उमंग सिंघार ने कहा कि आदिवासी, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग के अधिकारों के लिए कांग्रेस पार्टी के विधायक लड़ाई लड़ेंगे. वहीं कांग्रेस में पीढ़ी परिर्वतन पर उन्होंने कहा कि परिवर्तन प्रकृति का चक्र हैं नए पौधे लगाते हैं परिवर्तन होता रहता है. उमंग सिंघार ने विधायक दल की बैठक भी बुलाई है, जिसमें आगे की रणनीतियां तैयारी की जाएगी. 

ये भी पढ़ें: दिल्ली जाने से पहले पूर्व CM का बड़ा बयान, शिवराज बोले-विधायक होने के नाते मैं...

Read More
{}{}