MP Health News: मध्य प्रदेश में बारिश ने चारों तरफ कहर ढहा रखा है. बारिश के चलते कई तरह के कीट पतंगे जन्म लेते हैं, जिसके चलते कई तरह की बीमारियां फैलती हैं. ऐसी एक बीमारी बच्चों में फैल रही है, जिसका नाम है टोमेटो फ्लू. इसके बाद एक और नई बीमारी ने जन्म ले लिया है. प्रदेश में बारिश के मौसम में स्किन इंफेक्शन के मामले में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं MYH जिला अस्पताल और निजी क्लीनिकों में पहले की तुलना में त्वचा संबंधी मरीजों की संख्या 400 से 450 तक पहुंच गई है. जिनमें हर तीसरा मरीज संक्रमण से परेशान है. इनमें से 20 से 25 मरीज सिर्फ फंगल इंफेक्शन से पीड़ित पाए जा रहे हैं. वहीं डॉक्टर्स का कहना है कि बारिश के कारण बढ़ी हुई नमी गीले कपड़े और भीगे जूते पहनने से समस्या बढ़ रही है.
त्वचा विशेषज्ञ से मिली जानकारी के अनुसार, कई मरीज ऐसे हैं, जो इलाज को गंभीरता से नहीं लेते और बीच में ही दवा लेना बंद कर देते हैं. अक्सर मरीजों को लगता है कि उनकी त्वचा का इंफेक्शन ठीक हो गया है, लेकिन यह लापरवाही बाद में दाद-खाज जैसी जटिल समस्याओं का कारण बनती है. नमी और गंदगी के कारण शरीर के नम हिस्सों में फफूंद आसानी से पनपने लगती है, जो धीरे-धीरे त्वचा पर सफेद परत और खुजली का रूप ले लेती है. खासकर नाखूनों, एड़ी और उंगलियों के बीच संक्रमण की शुरुआत होती है, जिससे यह पूरे शरीर में फैल सकता है.
इस वजह से फैला
बारिश के मौसम में खासतौर पर तलवों और उंगलियों में फंगल इंफेक्शन के मामले बढ़ रहे हैं. लगातार गीले जूते-मोजे पहनने और पर्याप्त धूप नहीं मिलने से पैरों की त्वचा सूख नहीं पाती, जिससे फंगस के लिए अनुकूल वातावरण बन जाता है. मरीजों को उंगलियों के बीच दाद, खुजली और जलन की शिकायत हो रही है. यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब लोग बिना डॉक्टर की सलाह लिए मेडिकल स्टोर्स से क्रीम और दवाएं खरीदकर खुद से इलाज करने लगते हैं, जिससे संक्रमण बार-बार लौट आता है और पुराना हो जाता है.
डॉक्टर की सलाह
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. राहुल नागर का कहना है कि स्किन इंफेक्शन खासकर युवाओं और बच्चों में तेजी से फैल रहा है. लोग लक्षणों को नजरअंदाज करते हुए बिना जांच के दवाओं का प्रयोग शुरू कर देते हैं, जिससे समस्या घटने की बजाय बढ़ जाती है. फंगल इंफेक्शन को पूरी तरह खत्म करने के लिए पूरा इलाज कराना जरूरी है, क्योंकि अधूरा इलाज संक्रमण को फिर से पनपने का मौका देता है. बरसात के मौसम में स्किन को सूखा और साफ रखना और डॉक्टर की सलाह से ही दवा लेना, इन संक्रमणों से बचाव के लिए अनिवार्य है.
कैसे पहचानें लक्षण
1. त्वचा पर रैशेज जैसे दिखना
2. त्वचा पर जलन और खुजली होना
3. स्किन पर लाल चकत्ते पड़ना
4. स्किन पर सफेद परत जमना
5. स्किन में खुजली होना
6. पैरों से खून निकलना
मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें MP News और पाएं MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी । मध्य प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!