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बस्तर में बड़ी सफलता: 5 राज्यों में मोस्ट-वांटेड, 45 लाख की इनामी महिला नक्सली कैसे हुई ढेर, जानिए कहानी

Naxalite Encounter: छत्तीसगढ़ में नक्सली मोर्चे पर सुरक्षाबलों और पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है, लेकिन दंतेवाड़ा ऐसा पहली बार हुआ है, जब बड़ी महिला नक्सली का एनकाउंटर सफल रहा है.  

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बस्तर में बड़ी सफलता
बस्तर में बड़ी सफलता
Arpit Pandey|Updated: Apr 01, 2025, 09:39 AM IST
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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों का सफाया करने के लिए सुरक्षाबलों और पुलिस की तरफ से लगातार कार्रवाई की जा रही है. सोमवार के दिन भी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने दंतेवाड़ा जिले में बड़ी महिला नक्सली को ढेर किया है, जिसके ऊपर 45 लाख रुपए का इनाम था और वह छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओड़िशा में मोस्ट वांटेड थी. छत्तीसगढ़ में ऐसा पहली बार हुआ है, जब पुलिस को इतनी बड़ी महिला नक्सली को ढेर करने में सफलता मिली है, जो आसान काम नहीं था, क्योंकि यह महिला नक्सली पेशे से वकील थी और उसे टेक्नॉलाजी की समझ थी, उसके पास से लेपटॉप समेत कई गेजेट्स भी मिले हैं, जिससे उसकी सक्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है. 

दंतेवाड़ा में ढेर हुई महिला नक्सली रेणुका 

दरअसल, सोमवार को पुलिस को दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने सर्च अभियान चलाया और मौके पर नक्सलियों को घेरा और फायरिंग शुरू की, जिसमें 50 साल की महिला नक्सली रेणुका ढेर हो गई. बाद में पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया कि यह महिला नक्सली सेंट्रल रीजनल ब्यूरो प्रेस टीम की इंचार्ज थी, जो बस्तर में नक्सलियों की इस विंग की सबसे बड़ी लीडर थी, वह कई बड़े ऑपरेशनों में शामिल रह चुकी है, जिसके चलते उस पर 45 लाख रुपए से ज्यादा का इनाम भी घोषित था, वह स्थानीय लोगों को नक्सल विंग में भर्ती करवाने समेत कई काम देखती थी. 

1996 से सक्रिए थी महिला नक्सली 

पुलिस ने बताया कि महिला नक्सली रेणुका मूल रूप से तेलंगाना के वारंगल जिले की रहने वाली थी, जो 1996 से नक्सल संगठन में एक्टिव थी. वह पेशे से वकील थी, ऐसे में उसे नक्सल संगठन के लिए दस्तावेज तैयार करने का काम दिया गया था, पढ़ने लिखने में अव्वल होने के चलते उसे नक्सलियों की प्रेस टीम इंचार्ज बनाया था, जो नक्सलियों की विचारधारा को पहुंचाने का काम करती थी. वह राजनीतिक, भौगोलिक और कानूनी जानकारी में माहिर थी, जबकि वह लेपटॉप चलाने से लेकर टेक्नॉलाजी फ्रेंडली थी, ऐसे में एनकाउंटर के बाद उसके पास से लेपटॉप समेत कुछ मोबाइल भी मिले हैं. जिससे पुलिस को नक्सलियों से जुड़ी अहम जानकारी मिल सकती है. 

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इस तरह हुआ एनकाउंटर 

दंतेवाड़ा पुलिस को जानकारी मिली थी कि नेलगोड़ा, इकेली, बेलनार के मध्य जंगल की पहाड़ी पर करीब 10 से 15 नक्सली रुके हुए हैं, जो रात में इस इलाके से आगे बढ़ते हुए अबूझमाड़ की तरफ जाएंगे. जानकारी पुख्ता होने के बाद डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के जवानों ने मौके पर पहुंचकर ऑपरेशन शुरू किया. नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद ज्यादातर नक्सली जंगल की तरफ भाग निकले, लेकिन जवानों ने 1 महिला नक्सली रेणुका को मार गिराया. इससे पहले 2010 में आंध्र प्रदेश के नलमल्ला में पुलिस और नक्सलियों की बीच बड़ी मुठभेड़ हुई थी, जिसमें उसका पति शंकामुरी अप्पाराव उर्फ रवि भी मारा गया था, जिस पर 1 करोड़ रुपए का इनाम था. 

पुलिस ने बताया कि महिला नक्सली रेणुका न केवल पढ़ने लिखने में तेज थी बल्कि वह हथियार चलाने में भी माहिर थी, वह अपने साथ इंसास राइफल लेकर चलती थी. जबकि वह दूसरे हथियार चलाने में भी माहिर थी. ऐसे में उसका एनकाउंटर बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि एक तरफ उसके जाने से नक्सलियों का मूमवेंट टूटेगा दूसरा बस्तर में अब नक्सलियों के खातमें यह कदम भी बड़ा साबित होगा. 

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