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सावधान! यह मौत का हाईवे है धीरे चलें..., रहस्य बनी इस सड़क पर होने वाली मौतें

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला 100 किलोमीटर का महत्वपूर्ण ग्वालियर-इटावा नेशनल हाईवे अब खूनी हाईवे बनता जा रहा है. बीते चार दिनों में हुई तीन दुर्घटनाओं में 12 लोगों की जान चली गई है. 22 से अधिक लोग घायल हुए हैं. 

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सावधान! यह मौत का हाईवे है धीरे चलें..., रहस्य बनी इस सड़क पर होने वाली मौतें
Mahendra Bhargava|Updated: Feb 22, 2025, 07:02 PM IST
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MP News: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला 100 किलोमीटर का महत्वपूर्ण ग्वालियर-इटावा नेशनल हाईवे अब खूनी हाईवे बनता जा रहा है. बीते चार दिनों में हुई तीन दुर्घटनाओं में 12 लोगों की जान चली गई है. 22 से अधिक लोग घायल हुए हैं. बात बीते चार दिनों की करें तो 18 फरवरी को भिंड के देहात थाना अंतर्गत आने वाले जवाहरपुरा गांव में शादी समारोह के बाद घर बापस जाने के लिए हाईवे किनारे खड़े तीन दर्जन लोगों को तेज रफ्तार अनियंत्रित डंपर में रौंद दिया था, जिसमें आठ लोगों की मौत और 20 से अधिक लोग घायल हुए थे. 

इसके एक दिन बाद ही 20 फरवरी को दूसरी घटना मेहगांव थाना इलाके के बरहद गांव के पास सामने आई, जहां पर आधी से अधिक सड़क पर खराब खड़े डंपर से सुबह 5:00 बजे पीछे से कार टकरा गई. जिसमें तीन युवकों की मौत हो गई. एक दूल्हे के भाई और दो नजदीकी रिश्तेदार सामिल थे. उसके अलावा घटना में दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे. एक बार फिर इसी हाईवे 719 पर बीती रात गोहद थाना इलाके की बूटी कुइया के पास मजदूरी कर वापस लौट रहा बाइक सवार अज्ञात वाहन की टक्कर से असमय में काल के गाल में समा गया है. 

अगर बीते एक साल की बात करें तो हाईवे 719 पर भिंड जिले के मालनपुर से लेकर फूप तक 60 किलोमीटर की डिस्टेंस में 233 लोगों की मौत और 640 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं, जिनमें से कुछ तो आजीवन विकलांग तो कुछ जीवन भर के लिए अपंग अथवा मानसिक रूप से असंतुलित होकर परिवार पर बोझ बन चुके हैं. इन चार दिनों में हुई घटनाओं को लेकर लोगों में आक्रोश है और सोशल मीडिया पर हाईवे 719 को लोग अब सोशल मीडिया पर हाईवे 719 को ट्रोल करते हुए अलग-अलग नाम दे कर सोशल मीडिया पर पोस्टर लगा रहे हैं. 

कोई इसको मौत का हाईवे लिख रहा है तो कोई से खूनी सड़क का नाम दे रहा है. तो कोई इसको खून का प्यासा हाईवे बता कर सावधान करते हुए धीमी चलने की सलाह दे रहा है. भिंड-दतिया की सांसद संध्या राय बीते छ: सालों से केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ मिलने का फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कर सड़क जल्द बनने का दर्जनों बार फॉरवर्ड कर चुकी है. चार दिन में हुई 22 मोतों पर जब सांसद संध्या राय से हाईवे के विस्तार के बारे में बात की तो कहने लगी कि सांसद के हाथ में हो तो वह कल ही रोड बना दे कहते हुए मीडिया के सवालों से धन्यवाद देकर बचते हुए निकल गई. 

बसपा नेता रक्षपाल सिंह ने सोशल मीडिया पर " सावधान यह मौत का हाईवे है. 719 कृपया धीरे चलें का पोस्टर बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है. मध्य प्रदेश सरकार में उप नेता प्रतिपक्ष रहे पूर्व मंत्री राकेश चौधरी ने हाईवे पर चल रहे ओवरलोड डंपरों को दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार मानते हुए यमराज से उनकी तुलना की है.

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