Gwalior Police Constable thief Gang: ग्वालियर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जरा सोचिए शहरों में कानून व्यवस्था बनाए रखने वाले पुलिस ही अगर अपराधियों के गैंग के मास्टर माइंड निकले. जी हां, ऐसा ही एक मामला ग्वालियर से सामने आया है. यहां एक पुलिस आरक्षक चोर गैंग को चोरी करने में मदद करता था. ना सिर्फ मदद बल्कि इस गैंग को चोरी के लिए लाने और छोड़ने का काम भी आरक्षक के जरिए ही किया जाता था.
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला ग्वालियर की मुरार थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है.यहां लगातार हो रही चोरियों ने पुलिस वालों के सामने एक अलग राज खोल रखा है. चोर को पकड़ने के लिए पुलिस ने एक टीम को लगाया था टीम ने सीसीटीवी फुटेज और सबूत के आधार पर चोरों को गिरफ्तार किया. चोरों ने ना सिर्फ तीन चोरियों की वारदात को कबूला बल्कि उनकी गैंग में एक पुलिस आरक्षक के शामिल होने की बात भी कबूल की है. गिरफ्तार चोरों ने पुलिस को बताया कि इस गैंग में राजगढ़ में पदस्थ एक पुलिस आरक्षक रवि जाटव और एक अन्य चोर बॉबी इस गैंग में शामिल है.
चोरों की ऐसे मदद करता था पुलिस आरक्षक
बड़ागांव खुरेरी निवासी करुआ और मेहरा कॉलोनी थाटीपुर निवासी अरुण दोनों चोरों की पहचान है. चोरों ने आगे बताया कि रवि जाटव चोरों की इस गैंग को कार से लेकर आता था. जिस घर में चोरी करना होती थी उसे पहले ही चिन्हित करता था और साथी चोरों को उस घर पर छोड़ता था. चोरी होने के बाद आरक्षक इन चोरों को वहां से वापस कार में ले जाता था और चोरी के गहने राजगढ़ में बेच देता था. फिलहाल आरोपी रवि और उसका साथी बॉबी जेल में बंद है. बीते दिनों डबरा पुलिस ने आरक्षक को स्कॉर्पियो चोरी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
पुलिस करेगी आगे की कार्रवाई
पुलिस आरक्षक की चोर गैंग द्वारा की गई तीन चोरियों का खुलासा होने के बाद अब पुलिस, आरोपी आरक्षक रवि और बॉबी से चोरी के मामले में पूछताछ के लिए जेल से प्रोटेक्शन वारंट पर लाकर अन्य मामलों की पूछताछ करेगी. पूछताछ के बाद रवि से चोरी का माल बरामद कर उसके खिलाफ राजगढ़ में कार्रवाई भी की जाएगी. साथ ही रवि के बर्खास्तगी की प्रक्रिया के तहत ग्वालियर एसपी ने राजगढ़ पुलिस को रिपोर्ट भेज दी गई है.
रिपोर्ट: करतार सिंह राजपूत, जी मीडिया ग्वालियर