Indore News: इंदौर नगर निगम में एक बड़ा घोटाला हुआ है, बताया जा रहा है कि यहां 11 करोड़ रुपए का हेरफेर किया गया है. जहां फर्जी बिल लगाकर दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिए गए. इस फर्जीवाड़े में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर नगर निगम में इस घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसके बाद सभी लोग हैरान रह गए, यह घोटाला ड्रेनेज विभाग में हुआ है, जिसके बाद नगर निगम में और भी गंभीरता से जांच की जा रही है. फिलहाल एमजी पुलिस थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.
इंदौर नगर निगम में 11 करोड़ का घोटाला
दरअसल, इंदौर नगर निगम में डीसीपी जोन-3 के हंसराज सिंह मीना की तरफ से बताया गया कि ऑडिट रिपोर्ट व आवेदन के आधार पर इस घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसमें कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक मोहम्मद साजिद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. क्योंकि कंपनी की तरफ से ड्रेनेज विभाग में फर्जी बिल लगाए गए और 11 करोड़ रुपए निकाल लिए गए. जिसके बाद नगर निगम ने की एमजी रोड थाने में मामले की शिकायत की थी. बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है. इससे पहले भी 100. करोड़ रु से अधिक की फर्जी बिल मामले में मुकदमा दर्ज कर कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. जबकि अब एक बार फिर 11 करोड़ रुपए के घोटाले का मामला सामने आया है.
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इस तरह हुआ खुलासा
नगर निगम की लेखाजोखा टीम की तरफ से बताया गया कि कंस्ट्रक्शन के संचालक की तरफ से नगर निगम में होने वाले कामों के जो 185 बिल पेश किए गए थे, उनमें से 169 बिल फर्जी थे. केवल 16 बिल ही सही निकले, जिसके बाद यह घोटाला सामने आया. खास बात यह है कि मेसर्स नींव कंस्ट्रक्शन को इससे पहले भी ब्लैकलिस्ट किया जा चुके है, लेकिन इसके बाद भी फर्जी दस्तावेजों के जरिए यह कंपनी कांट्रेक्ट हासिल करती रही और घोटाला होता रहा. माना जा रहा है कि इसके पीछे विभागों के कुछ अधिकारियों की तरफ से भी संरक्षण दिया गया है. फिलहाल मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और जल्द से जल्द इस पर सख्त कार्रवाई करने की बात भी कही जा रही है.
पहले से जेल में बंद है घोटाले का आरोपी
नगर निगम की तरफ से बताया गया कि घोटाले का आरोपी पहले से जेल में बंद है. क्योंकि इससे पहले भी एक घोटाला हुआ था, जिसमें आरोपी का हाथ शामिल था, यह घोटाला भी करोड़ों रुपए का था. 2022 से 24 के दौरान ड्रेनेज विभाग में फर्जी बिल लगाकर घोटाला किया गया था, जिसमें आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. माना जा रहा है कि अब इस मामले में भी पुलिस आरोपी से पूछताछ कर सकती है.
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