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मध्य प्रदेश पुलिस खुद खतरे में!! 612 पुलिसकर्मियों पर हुए हमले, डेढ़ साल में 5 की हत्या

मध्य प्रदेश में पुलिसवालों पर हमले के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसे लेकर चल रही सदन की कार्यवाही में भी सवाल जवाब हुए. मिले आंकड़ें देखें तो जनवरी 2024 से 30 जून 2025 तक 612 पुलिसकर्मियों पर हुए हमले हुए. कुल 461 प्रकरण दर्ज हुए.

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मध्य प्रदेश पुलिस खुद खतरे में!! 612 पुलिसकर्मियों पर हुए हमले, डेढ़ साल में 5 की हत्या
Zee Media Bureau|Updated: Aug 06, 2025, 01:03 PM IST
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Madhya Pradesh Police: मध्य प्रदेश में पुलिसवालों पर हमले के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसे लेकर चल रही सदन की कार्यवाही में भी सवाल जवाब हुए. मिले आंकड़ें देखें तो जनवरी 2024 से 30 जून 2025 तक 612 पुलिसकर्मियों पर हुए हमले हुए. कुल 461 प्रकरण दर्ज हुए. इसके हिसाब से मध्य प्रदेश में हर दिन एक पुलिसकर्मी पर हमला हो रहा है. इतना ही नहीं, पिछले डेढ़ साल में 5 पुलिसकर्मी की हत्या हो चुकी है. मामला तब उठा जब पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन ने सदन में सवाल किया. इसपर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जवाब दिया. ये मामला अभी क्यूं उठ रहा है, नीचे खबर में पढ़िए

बाला बच्चन ने इंदौर और भोपाल में कमिश्नरी प्रणाली लागू होने के बाद अपराधों की स्थिति की भी जानकारी मांगी. मुख्यमंत्री ने जो आंकड़े बताए उसके मुताबिक महिलाओं के खिलाफ अपराध में इंदौर से आगे भोपाल निकल चुका है. भोपाल में 9 दिसंबर 2021 से 12 जुलाई 2025 के बीच का रिकॉर्ड पेश किया गया

महिलाओं पर अत्याचार के 8664 मामले हुए दर्ज हुए, यानि औसतन 15 मामले दर्ज हुए
वहीं इंदौर में इस अवधि में 5045 मामले हुए दर्ज, औसतन 9 मामले दर्ज हुए
इंदौर में वाहन चोरी और हत्याएं भोपाल से लगभग दुगनी हुई.
इंदौर में अब तक वाहन चोरी के 11567 प्रकरण दर्ज हुए. लगभग 20 वाहन रोज चोरी होते हैं
भोपाल में 5654 वाहन चोरी हुए. लगभग 10 वाहन रोज चोरी होते हैं
हत्या के मामले में भी इंदौर आगे 308 हत्याएं इंदौर में हुई अभी तक दर्ज
भोपाल में 158 हत्याएं अभी तक दर्ज हुई
चोरी के मामलों में भोपाल इंदौर से आगे
भोपाल में 361 चोरी के प्रकरण दर्ज हुए. इंदौर में 2378 मामले दर्ज हुए
लूट के मामले में इंदौर आगे है. 532 मामले दर्ज हुए, जबकि भोपाल में 191 मामले दर्ज किए गए
एससी एसटी एक्ट के मामलों में इंदौर आगे है. 409 मामले किए गए दर्ज. भोपाल में 356 प्रकरण किए गए दर्ज

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