Jyotiraditya Scindia Loksabha Elections: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस बात की चर्चा मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में सबसे ज्यादा चल रही है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों में ज्योतिरादित्य सिंधिया की चंबल अंचल में सक्रियता नजर आ रही हैं. बताया जा रहा है कि बीजेपी उन्हें इस बार लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है, ऐसे में मुरैना जिले के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से जब लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी तय करेगी.
चुनाव लड़ने पर कहा-मैं भाजपा का सिपाही
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को मुरैना जिले के दौरे पर थे, जहां उनसे मीडिया ने जब लोकसभा चुनाव को लेकर सवाल किया, जिस पर सिंधिया ने कहा 'वह भाजपा के सिपाही हैं, ऐसे में पार्टी जो आदेश देगी उस पर काम किया जाएगा. क्योंकि भाजपा जमीनी पार्टी है, इसलिए वह पार्टी को सशक्त बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.' बता दें कि सिंधिया ने पिछले कुछ दिनों में मुरैना जिले में कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं को बीजेपी में शामिल करवाया है.
ग्वालियर में टाल दिया था सवाल
इससे पहले जब ग्वालियर में भी सिंधिया से लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया था जिस पर उन्होंने कहा था 'उनकी सोच विकास और प्रगति की है, मेरा रिश्ता ग्वालियर चम्बल संभाग से आत्मीय है, इसलिए मैं यहां की प्रगति के बारे में ज्यादा सोचता हूं. मैं प्रदेश में कहा-कहा अपना योगदान दे सकता हूं, बस यही सोच है.' सिंधिया ने अब तक खुलकर न तो चुनाव लड़ने की बात से इंकार किया है और न ही हां कहा है. जिससे अटकलों का दौर जारी है.
इन तीन सीटों की चर्चा सबसे ज्यादा
लोकसभा चुनाव के चलते देश की राजनीति में फिलहाल यह चर्चा चल रही है कि बीजेपी इस बार अपने कई राज्यसभा सांसदों को लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है, जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी शामिल हैं, क्योंकि सिंधिया अभी राज्यसभा से सांसद हैं. कांग्रेस में रहते हुए वह हमेशा से गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं, पिछले कुछ दिनों में सिंधिया यहां भी सक्रिए नजर आए हैं. इसके अलावा दो और सीटों से उनके नाम की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है, जिसमें उनका गृह नगर ग्वालियर और मुरैना शामिल है. सिंधिया इन दोनों सीटों पर भी एक्टिव नजर आ रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने इन तीनों सीटों पर जीत हासिल की थी.
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