Congress In Trouble On Controversial statement on dhirendra shastri: कांग्रेस नेता मुकेश नायक का मुह काला करने पर इनाम घोषित कर दिया गया है. कल मुकेश नायक ने धीरेंद्र शास्त्री, कुंभ मेले और हिंदू संस्कृति को लेकर विवादित बयान दिए थे. उन्होंने कहा था पंडित धीरेंद्र शास्त्री कौन सा नया हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं. दो कौड़ी की जानकारी नहीं है. उनकी कथा में रामायण छोड़कर पूरी दुनिया की बात करते हैं. 8 दिन तक कथा करते हैं लेकिन 10 श्लोक भी नहीं बोलते. नायक ने धीरेंद्र शास्त्री को नम्बर एक उचक्का बता दिया था. इतना ही नहीं नायक ने यहां तक कह डाला था कि तुम आ जाओ तुम्हारे पिताजी को कुंभ में धकेल कर मोक्ष दे देते हैं. मामला गर्मा चुका है. सीएम ने कड़ी निंदा की, अब हिंदू संगठन ने खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
हिन्दू संगठन बुरे भड़के
प.धीरेद्र शास्त्री को उचक्का बताने वाले बयान पर हिन्दू संगठन बुरे भड़के हुए हैं. संस्कृति बचाओ मंच ने कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक का मुंह काला करने वाले को इनाम देने तक की घोषणा कर दी है. संस्कृति बचाओ मंच के संयोजक चंद्रशेखर तिवारी ने कहा पंडित धीरेंद्र शास्त्री सनातनियो के पथवाहक हैं. हिंदू संगठन की मुकेश नायक को चेतावनी है. हिंदू धर्म गुरु के बारे में सोच समझकर टिप्पणी करें. मुकेश नायक का मुंह काला करने वाले को 100 रुपए का इनाम दिया जाएगा.
CM मोहन यादव भी भड़के
मुकेश नायक के बयान पर उनकी हर तरफ से किरकिरी हो रही है. बीजेपी ने जमकर हमला किया है. भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस से नायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और कहा कांग्रेस नेता ना केवल संतों और कथावाचकों का अपमान कर रहे हैं, बल्कि उन नेताओं के भी खिलाफ कह रहे हैं जो बागेश्वर धाम आशीर्वाद लेने जाते हैं. इसमें कमलनाथ, अरुण यादव, जयवर्धन सिंह, सज्जन वर्मा जैसे कांग्रेस के दिग्गज नेता भी हैं. दूसरी तरफ सीएम मोहन यादव ने कहा कांग्रेस इसी की कीमत चुकाती है और आगे भी चुकाएगी. कांग्रेस को साधु-संतों, सनातन व हिंदू भाई-बहनों को लेकर गलत बोलने में मजा आता है. इसलिए ये हालात हैं, स्थिति और बुरी होगी.
क्या कहा था नायक ने
कांग्रेस नेता मुकेश नायक ने धीरेंद्र शास्त्री को लेकर कहा था उनको सनातन धर्म के बारे में कोई जानकारी नहीं है. जो व्याख्यान दे रहे हैं, वो बचकाने और निराधार है. धीरेंद्र शास्त्री जिस तरह की भागवत कथा बोल रहे हैं, वो पूरी तरह से बचकानी है, हम इसे बुंदेलखंडी में 'उचक्का' कहते हैं. शास्त्री व्याख्या के नाम पर मजमा लगा रहे हैं, लेकिन मुझे देखकर हंसी आती है. मैं शास्त्री को शास्त्रार्थ की चुनौती देता हूं. अगर शास्त्री ने मेरे सवालों का सही जवाब दे दिया, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा और सिर मुंडवाकर संन्यासी बन जाउंगा. अगर शास्त्री इस चुनौती का सामना नहीं कर पाए, तो उन्हें सिर मुंडवाना पड़ेगा.