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MP News: रीवा में 'भगवान' बनी पुलिस की नारियल परिक्रमा, सिहोर में ब्राह्मणों ने खोला मोर्चा; जानिए मामला

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के कई जिलों में पुलिस से लोग परेशान है. ऐसा इसलिए नहीं की पुलिस ने उन्हें प्रताणित किया है. बल्कि, इस लिए की उनके केस में उचित कार्रवाई नहीं की गई. जानिए रीवा और सीहोर के दो ऐसे ही मामले जिसमें पुलिस भगवान बनती और निजी अस्पताल की लापरवाही नजर आ रही है.

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MP News: रीवा में 'भगवान' बनी पुलिस की नारियल परिक्रमा, सिहोर में ब्राह्मणों ने खोला मोर्चा; जानिए मामला
Shyamdatt Chaturvedi|Updated: Feb 06, 2024, 05:26 PM IST
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MP News: रीवा/सीहोर। सरकारों की ओर से प्रशासन और पुलिस को टाइट रख हमेशा जनता के प्रति उदार बनने की बात कही जाती है. इसके लिए समय-समय पर उन्हें ट्रेनिंग भी दी जाती है. लेकिन, इसके बाद भी कई बार पुलिस अपना काम सही तरीके से नहीं करती जिससे जनता को परेशानी होती है. ऐसे ही दो मामले सामने आए हैं सीहोर और रीवा से जहां पुलिस भगवान से बनी नजर आ रही है. रीवा में फरियाद नारियल लेकर परिक्रमा कर रहा है. वहीं सीहोर में ब्राह्मणों ने निजी अस्पताल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

सिहोर में ब्राह्मणों ने खोला मोर्चा
सीहोर में गर्भवती महिला की मौत पर ब्राह्मण समाज आक्रोशित है. उन्होंने सीहोर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है. विगत दिनों सीहोर के निजी अस्पताल में एक प्रसूता की मौत हो गई थी जिस पर परिजनों ने निजी अस्पताल पर गलत इंजेक्शन लगाने के आरोप लगाए थे. ब्राह्मण समाज निजी अस्पताल पर अब कार्रवाई की मांग कर रहा है.

ब्राह्मण समाज का कहना है कि घटना के बाद भी निजी अस्पताल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. शीघ्र ही अस्पताल का लाइसेंस निरस्त होना चाहिए एवं आरोपियों की गिरफ्तारी होना चाहिए नहीं तो ब्राह्मण समाज उग्र आंदोलन करेगा. इस मामले पर डिप्टी कलेक्टर मनीष शर्मा का कहना है कि मामले की जांच चल रही है शीघ्र कार्रवाई होगी.

रीवा में पुलिस परिक्रमा
रीव में न्याय पाने के लिऐ लोगो को पुलिस अफसरों के चौखट पर परिक्रमा लगाकर जाना पड़ रहा है. ताजा मामला सीधी जिले का है यहां पर रहने वाला एक परिवार अपनी बहन और नाबालिक लापता भांजी का पता लगाने के लिऐ पिछ्ले कई माह से पुलिस थाने के चक्कर काट रहा है. पुलिस के आगे नतमस्तक परिवार ने हार मान ली और पीड़ीत परिवार आज सर पर काली पट्टी बांध के हाथ में नारियल लिऐ परिक्रमा लगाते हुए रीवा पुलिस महानिरक्षक कार्यालय पहुंचा और न्याय की गुहार लगाई.

सीधी जिले के रामपुर नैकिन स्थित मोहनी गांव के निवासी सुनीता साकेत का विवाह लगभग 18 साल पहले मनेद्रगढ़ में संपन्न हुआ था. शादी के 6 साल बीते और इसी दौरान शादी के बाद सुनीता के दो बच्चे हुए. शादी के 6 साल बाद अपनी ससुराल छोड़कर सुनीता वापस अपने मोहनी गांव रामपुर नैकिन वापस आ गई और मोहनी गांव के ही निवासी शिवेंद्र सिंह के साथ रहने लगीं. 

कई साल वह शिवेन्द्र सिंह के साथ मोहनी गांव में रही इसके बाद वह शिवेन्द्र सुनीता उसके बेटे और बेटी को लेकर रीवा आ गया और किराए के मकान में रहने लगा. इसी बीच शिवेन्द्र ने सुनीता के बेटे को वापस उसके नानी के घर भेज दिया. कुछ समय बाद शिवेन्द्र सिंह ने सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित खुद का मकान बनवाया और वहां रहने लगें. इसके बाद सुनीता को शिवेन्द्र से एक बेटी हुई. शिवेन्द्र सिंह सुनीता साकेत और दो बेटियों के साथ रहने लगा.

12 सालों तक शिवेन्द्र के साथ रहने के बाबजूद सुनीता लगातार अपनी बहन और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ से संपर्क में रही. लेकिन, बीते वर्ष ही अक्टूबर माह में सुनीता का संपर्क उसके परिवार वालों से टूट गया. इसके बाद सुनीता की बहन और परिवार के अन्य सदस्यों ने शिवेंद्र से पूछताछ की लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला. इसके बाद लापता सुनीता और उसकी बेटी का परिवार रीवा के सिटी कोतवाली थाने पहुंचा और मामले की शिकायत दर्ज कराई.

पुलिस ने ममाले में हीलाहवाली की और लापता हुई सुनीता साकेत और 16 वर्षीय उसकी बेटी की कोई खोजबीन नही की. चार महीने से पुलिस थाने के चक्कर लगा रहे परिवार ने हार मान ली और इसके बाद जिस तरह से अपनी मन्नत मांगने लोग भगवान के दर पर जाते है ठीक उसी तरह से आज पीड़ीत परिवार सर में काली पट्टी बांधे हाथ में नारियल लेकर परिक्रमा लगाते हुए पुलिस महानीरीक्षक कार्यालय पहुंचा.

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