Chhattarpur Education failure News: जिले के मवईघाट माध्यमिक स्कूल से एक बार फिर सोते सिस्टम की तस्वीरें सामने आई तो सवाल खड़ा हुआ ऐसा खबरे आती रहेंगी, मीडिया दिखाता रहेगा पर इसपर एक्शन क्या. एक वीडियो आया जिसमें दिख रहा है सरकारी स्कूल में छात्र कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं और प्रभारी प्रधानाध्यापक मनोज पाल जी मजे से सपने देख रहे हैं. ये वीडियो दोपहर 12 बजे का बताया जा रहा है जब कक्षा 5 के बच्चे ज्ञान की खोज में लगे थे, तब मास्साब कुर्सी पर नींद के झूले झूल रहे थे. शिक्षक के नींद के खर्राटे इतने तेज थे कि क्लास के बाहर तक सुनाई दे रहे था. इनकी नींद में खलल डाली और सवाल किया तो बोले – “तबियत खराब है, ज़रा झपकी लग गई”
वीडियो को लेकर जांच की जा रही है
अब सवाल यह है कि जब प्रधानाध्यापक खुद पढ़ाई से आंख मूंद लें, तो बाकी शिक्षक कितनी जागरूकता दिखाएंगे? शिक्षा विभाग की निगरानी में इन नींदों का कोई इलाज है या नहीं, ये तो भविष्य बताएगा, फिलहाल तो विद्यालय में शिक्षा कम और विश्राम अधिक संचालित हो रहा है. ये वही विद्यालय हैं जहां भविष्य गढ़ा जाना चाहिए, लेकिन यहां तो मास्साब अपने ही सपनों में खोए बैठे हैं. इस मामले में जब बीआरसी गौरिहार से बात हुई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. जांच कराकर संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी.
शहर में अव्यवस्थाओं से परेशान जनता
दूसरी तरफ शहर में अव्यवस्था के और भी कई मामले मीडिया में दिख रहे हैं. छतरपुर बस स्टैंड से कई राज्यों के लिए बस चलती है. बस स्टैंड पर चौबीस घंटे आवाजाही होती रहती है. इसे देखते हुए प्रशासन को सही इंतजाम यहां करने चाहिए. लेकिन आम जनता का कहना है कि हालात हद से ज्यादा अव्यवस्थित हैं. बस स्टैंड का जिम्मा नगर पालिका के पास है. पर कोई ठोस कदम नहीं उठाने के कारण बस चालक अपनी मनमानी करते रहते हैं. स्टैंड परिसर में बिना सही इंतजाम के अस्थायी दुकानें खड़ी कर दी गई हैं. अनियंत्रित भीड़ से व्यवस्थाएं बुरी हालत में है. स्थानीय मीडिया पत्रिका ने इसे लेकर खास रिपोर्ट छापी है.
रिपोर्ट- हरीश गुप्ता
जी न्यूज, छतरपुर