trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh12738703
Home >>Madhya Pradesh - MP

छत्तीसगढ़ पुलिस के हवाले 'डॉक्टर डेथ', बिलासपुर में भी खेला था मौत का खेल!

MP News-दमोह का फर्जी कार्डियोलोजिस्ट की गुरुवार को पेशी होने के बाद उसे छत्तीसगढ़ पुलिस को सौंप दिया गया है. यह मामला छत्तीसगढ़ के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला की इलाज के दौरान हुई मौत से जुड़ा हुआ है.   

Advertisement
छत्तीसगढ़ पुलिस के हवाले 'डॉक्टर डेथ', बिलासपुर में भी खेला था मौत का खेल!
Harsh Katare|Updated: May 01, 2025, 09:59 PM IST
Share

Damoh Fake Doctor-मध्यप्रदेश के दमोह के मिशन अस्पताल में 7 हार्ट पेशेंट की मौत के आरोपी फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर एन जॉम की जेल रिमांड पूरी होने के बाद पुलिस ने गुरुवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया. इस दौरान छत्तीसगढ़ की सरकंडा पुलिस आरोपी डॉक्टर की रिमांड लेने के लिए न्यायालय पहुंची.  छत्तीसगढ़ पुलिस के आवेदन पर सीजीएम स्नेहा सिंह ने डॉक्टर को छत्तीसगढ़ पुलिस के हवाले कर दिया. 

बता दें कि छत्तीसगढ़ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला की मौत के मामले में पुलिस आोपी डॉक्टर को रिमांड पर लेने पहुंची थी. 

डॉक्टर ने दिया चेक
दूसरी सुनवाई में फर्जी डॉक्टर ने अपने वकील सचिन नायक की फीस और अन्य जरूरी सामग्री से जुड़े खर्च के लिए लीगल एडवाइजर वकील मनीष नगाइच को एक लाख रुपए के चेक दिया. चेक देते समय न्यायाधीश ने डॉक्टर से कहा कि आप अधिवक्ता मनीष को जानते हैं जो आप इन्हें चेक दे रहे हैं. इस पर डॉक्टर का कहना था कि उन्हें कई चीजों की जरूरत है, कई भुगतान करने हैं.

छत्तीसगढ़ पुलिस को मिली रिमांड
इस मामले में सीएसपी अभिषेत तिवारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस आरोपी डॉक्टर को लेने के लिए कोर्ट पहुंची थी. कोर्ट ने पुलिस को मंजूरी दे दी है. एडीओपी सतीश कपस्या ने बताया कि कोर्ट में दो कार्रवाई हुई. एक में आरोपी डॉक्टर के अधिवक्ता ने फीस भुगतान के लिए मांग की थी. दूसरी कार्रवाई में छत्तीसगढ़ पुलिस एक मामले में डॉक्टर की रिमांड के लिए आई थी. 

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष की मौत का मामला
छत्तीसगढ़ पुलिस बिसालपुर के सरकंडा थाने से जुड़े मामले में दमोह पहुंची थी. जहां पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला की इलाज के दौरान मौत हुई थी, उस मामले में पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. आरोपी डॉक्टर की मांग पर मामले की पैरवी अधिवक्ता मनीष नगाइच ने की. डॉक्टर ने कोर्ट को बताया की उसके सभी ट्रांजेक्शन बंद हैं. वो अधिवक्ता की फीस नहीं दे सकता, इसलिए अधिवक्ता उपलब्ध कराया जाए. 

छत्तीसगढ़ पुलिस के हवाले
अधिवक्ता मनीष ने बताया कि डॉक्टर ने पूर्व अधिवक्ता की फीस और अन्य खर्चों के लिए चेक दिया है. वहीं छत्तीसगढ़ पुलिस को डॉक्टर से पूछताछ करनी है. न्यायाधीश ने डॉक्टर का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ पुलिस को चार दिन के लिए सौंपा है.अब छत्तीसगढ़ न्यायालय तय करेगा कि आरोपी डॉक्टर को रिमांड बढ़ानी है या फिर वापस दमोह जेल भेजना है. इस दौरान आरोपी डॉक्टर ने कहा कि वह न्यायिक प्रक्रिया में पूरा साथ देंगे.

यह भी पढ़े-श्योपुर में गजब खेला, मुस्लिमों को बनाया पंडित.. करवाई शादी, अब मच रहा बवाल

मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें MP News और पाएं MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी । मध्य प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Read More
{}{}